क्या राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं है? : गिरिराज सिंह

सारांश
Key Takeaways
- गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर संवैधानिक संस्थाओं की विश्वसनीयता को चुनौती देने का आरोप लगाया।
- बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया 2003 से चल रही है।
- ईडी और पुलिस स्वतंत्र रूप से कार्य कर रहे हैं।
पटना, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पर कड़ा हमला किया। उन्होंने न्यूज़ एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर उठे विवाद पर कहा कि राहुल और तेजस्वी को संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं है और वे इन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
गिरिराज ने राहुल के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को "राजनीतिक उत्पीड़न" बताया। उन्होंने कहा, "कानून की नजर में अपराधी से पूछताछ हो रही है, लेकिन राहुल-तेजस्वी को इससे परेशानी हो रही है।"
गिरिराज ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों कुछ लोग बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर बेचैन हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि बिहार के चार जिलों—अररिया, पूर्णिया, कटिहार और सुपौल में लगभग पांच लाख लोगों ने आवासीय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया है। यह जानना आवश्यक है कि ये लोग कौन हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की यह प्रक्रिया 2003 से जारी है, जिसका उद्देश्य केवल गैर-भारतीय या फर्जी मतदाताओं को हटाना है। यह भारत की नागरिकता और मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने का एक कदम है। उन्होंने तेजस्वी यादव पर भी हमला करते हुए उन्हें "तालिबानी हुकूमत" का सपना देखने वाला कहा।
गिरिराज ने खेमका हत्याकांड और पारस मामले का जिक्र करते हुए पूछा कि जो लोग पकड़े जा रहे हैं, वे कौन हैं? उन्होंने कहा, "बिहार की जनता ने 2005 में ही तालिबानी शासन को समाप्त कर दिया था। अब कोई तांडव नृत्य सफल नहीं होगा।"
उन्होंने राहुल और तेजस्वी से पूछा कि वे संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल क्यों उठा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि ईडी और पुलिस स्वतंत्र रूप से कार्य कर रहे हैं, और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।