क्या राहुल गांधी मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत के शपथ समारोह में क्यों नहीं आए?
सारांश
Key Takeaways
- मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत का शपथ ग्रहण समारोह महत्वपूर्ण था।
- राहुल गांधी की अनुपस्थिति पर भाजपा ने सवाल उठाए।
- कर्नाटक में कांग्रेस के अंदरूनी संघर्ष का प्रभाव है।
- संविधानिक कार्यक्रमों में भागीदारी का महत्व।
नई दिल्ली, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत के शपथ समारोह में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए हैं।
भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) चुने गए जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के नेता (राहुल गांधी) फिर से अनुपस्थित थे। किसी को नहीं पता कि वे कहाँ हैं या उन्होंने एक महत्वपूर्ण संवैधानिक कार्यक्रम में भाग क्यों नहीं लिया।"
कर्नाटक के संदर्भ में अमित मालवीय ने कहा, "सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के गुटों के बीच जबरदस्त अंदरूनी संघर्ष से कर्नाटक में उबाल है। कांग्रेस हाईकमान पंगु बन चुका है। कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया जा रहा है और क्यों? क्योंकि सब कुछ राहुल गांधी के साथ 'सलाह-मशविरा' पर निर्भर है, जो इस संकट को सुलझाने में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि कर्नाटक के लोग इस आपसी संघर्ष में फंसी सरकार के अंतर्गत परेशान हैं। कांग्रेस सत्ता में है, और लोग दुखी हैं।
भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "भारत के नए चीफ जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी क्यों उपस्थित नहीं थे? लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में संसद में रुकावट डालने के अलावा, संवैधानिक गणमान्य व्यक्ति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल न होने के अलावा विपक्ष के नेता ने क्या विशिष्ट योगदान दिया है?"
गौरतलब है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रपति भवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में जस्टिस सूर्यकांत को भारत के चीफ जस्टिस (सीजेआई) के रूप में पद की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति भवन में इस समारोह में उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई भी शामिल हुए।
भारत के मुख्य न्यायाधीश के शपथ समारोह में भूटान, केन्या, मलेशिया, ब्राजील, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के जज भी उपस्थित थे।