क्या राहुल गांधी बिहार से वोट चोरी के खिलाफ लड़ाई छेड़ रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' का उद्देश्य वोट चोरी के खिलाफ लड़ाई है।
- यात्रा बिहार के 23 जिलों से होकर गुजरेगी।
- कांग्रेस पार्टी के अन्य नेता भी इसमें शामिल होंगे।
- युवा और नागरिकों से यात्रा में शामिल होने की अपील की गई है।
- यह यात्रा लोकतंत्र की नींव को मजबूती देने का प्रयास है।
नई दिल्ली, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी 17 अगस्त से चुनावी राज्य बिहार में अपनी यात्रा की शुरुआत करेंगे। कांग्रेस पार्टी ने इस यात्रा का नाम 'वोटर अधिकार यात्रा' रखा है। राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा, "हम बिहार की धरती से वोट चोरी के खिलाफ सीधी लड़ाई छेड़ रहे हैं।"
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "17 अगस्त से 'वोटर अधिकार यात्रा' के साथ हम बिहार की धरती से वोट चोरी के खिलाफ सीधी लड़ाई छेड़ रहे हैं।" उन्होंने कहा, "यह केवल एक चुनावी मुद्दा नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र, संविधान और ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के सिद्धांत की रक्षा का निर्णायक संग्राम है।"
इस दौरान, राहुल गांधी ने युवा, मजदूर, किसान और हर नागरिक से इस यात्रा में शामिल होने की अपील की। उन्होंने लिखा, "हम पूरे देश में स्वच्छ मतदाता सूची बनवाकर ही रहेंगे। युवा, मजदूर, किसान - हर नागरिक, उठो और इस जनांदोलन से जुड़ो।" एक नया नारा गढ़ते हुए उन्होंने कहा, "अब की बार, वोट चोरों की हार, जनता की जीत, संविधान की जीत।"
राहुल गांधी के नेतृत्व में 17 अगस्त से रोहतास जिले के सासाराम शहर से 'वोट अधिकार यात्रा' की शुरुआत होगी। यह यात्रा बिहार के 23 जिलों से होकर गुजरेगी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राजद नेता तेजस्वी यादव और बिहार में गठबंधन के सभी 6 घटक दलों के नेता शामिल होंगे।
रोहतास से शुरू होने के बाद यह यात्रा 18 अगस्त को औरंगाबाद, 19 अगस्त को गयाजी और नवादा पहुंचेगी और 20 अगस्त को विश्राम होगा। अगले दिन 21 अगस्त को लखीसराय-शेखपुरा से यात्रा दोबारा शुरू होगी, जो 22 अगस्त को मुंगेर और भागलपुर, 23 अगस्त को कटिहार और 24 अगस्त को पूर्णिया और अररिया पहुंचेगी।
'इंडिया' ब्लॉक के नेता 25 अगस्त को विश्राम लेंगे और 26 अगस्त को सुपौल से अपनी यात्रा फिर से शुरू करेंगे। वे 27 अगस्त को दरभंगा और मुजफ्फरपुर, 28 अगस्त को सीतामढ़ी और मोतिहारी, 29 अगस्त को बेतिया, गोपालगंज और सीवान, और 30 अगस्त को छपरा और आरा पहुंचेंगे। 31 अगस्त को विश्राम होगा और 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल रैली के साथ इस यात्रा का समापन होगा।