क्या रायसेन में शिवराज सिंह ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के लिए जनप्रतिनिधियों को शपथ दिलाई?

सारांश
Key Takeaways
- एक राष्ट्र, एक चुनाव का विचार देश के विकास में सहायक हो सकता है।
- बार-बार चुनाव होने से आर्थिक बोझ बढ़ता है।
- जनप्रतिनिधियों ने प्रस्ताव पारित किया है।
- सरकारों को पूर्ण कार्यकाल तक काम करने का मौका मिल सकेगा।
- चुनावी प्रक्रिया में सुधार आवश्यक है।
रायसेन, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में 'एक देश, एक चुनाव' विषय पर जनप्रतिनिधियों का एक महत्वपूर्ण सम्मेलन आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम सागर मार्ग स्थित वन परिसर में संपन्न हुआ। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
शिवराज सिंह चौहान ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' की जोरदार वकालत की और कहा कि देश में लगातार हो रहे चुनाव विकास में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों को 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के लिए शपथ दिलाई।
मंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि चाहे पंचायतें हों, नगरपालिका या नगर परिषद, सभी ने मिलकर यह प्रस्ताव पारित किया है कि 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' देश के लिए लाभकारी है। प्रधानमंत्री मोदी का यह संकल्प पूरा होना चाहिए। आज विकास में सबसे बड़ी बाधा लगातार हो रहे चुनाव हैं, जिससे धन का अपव्यय होता है और करोड़ों रुपए खर्च हो जाते हैं।
उन्होंने रायसेन की जनता और जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने प्रस्ताव पारित कर राष्ट्रपति को सौंपने का आग्रह किया है।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से न केवल आर्थिक दबाव बढ़ता है, बल्कि सरकारों के कार्यकाल पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यदि लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होते हैं, तो सरकारों को पूरे पांच वर्षों तक काम करने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब एक राज्य का चुनाव खत्म होता है, तभी दूसरे राज्य का चुनाव शुरू होता है, जिससे चुनावी माहौल बना रहता है और शासन-प्रशासन की गति प्रभावित होती है। इसलिए, चुनावी प्रक्रिया में सुधार आवश्यक है।