राजस्थान: भीलवाड़ा में 'आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान' क्यों शुरू हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का अभियान
- 90 दिनों तक चलेगा
- सांसद दामोदर अग्रवाल का नेतृत्व
- जन आंदोलन के तहत हर घर स्वदेशी का नारा
- कोरोना काल में आत्मनिर्भरता का अनुभव
भीलवाड़ा, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के भीलवाड़ा में भारतीय जनता पार्टी ने 'आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान' की शुरुआत की है। यह अभियान 90 दिनों तक चलेगा, जिसमें स्वदेशी उत्पादों और जीवन मूल्यों को अपनाने पर जोर दिया जाएगा।
आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के संयोजक सांसद दामोदर अग्रवाल हैं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत 2047' के लक्ष्य को साकार करने के लिए आत्मनिर्भरता आवश्यक है। इसके लिए 140 करोड़ भारतीयों को स्वदेशी अपनाने का संकल्प लेना होगा, जो देश को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
अग्रवाल ने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता की झलक कोरोना काल में स्वदेशी वैक्सीन और ऑपरेशन सिंदूर जैसे स्वदेशी हथियारों के माध्यम से दुनिया ने देखी। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत त्योहारों के दौरान स्वदेशी उत्पादों की खरीद-उपयोग की अपील की जाएगी। केंद्र से आत्मनिर्भर भारत संकल्प यात्रा रथ आएगा, जो गांव-गांव जाकर प्रचार करेगा। राजस्थान में 'हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी' नारे के तहत जन आंदोलन चलाया जाएगा। कार्यकर्ता स्थानीय उत्पादों, पर्यटन और डेस्टिनेशन वेडिंग को बढ़ावा देंगे।
उन्होंने कहा कि पीएम का आत्मनिर्भरता का संदेश विभिन्न आयामों में गूंज रहा है। भाजपा कार्यकर्ता हर घर पहुंचकर लोगों को स्वदेशी उत्पाद उपयोग और मूल्यों अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। अभियान की सफलता के लिए केंद्र, प्रदेश, जिला व मंडल स्तर पर टोलियां गठित की गई हैं। अग्रवाल ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे 'वोकल फॉर लोकल' को गति दें और गांव, गरीब, किसान, महिला व युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करें।
बता दें कि भाजपा जिला कार्यालय पर जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा की मौजूदगी में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने पीएम मोदी के आह्वान को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। यह अभियान भाजपा की राष्ट्रीय रणनीति का हिस्सा है, जो उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर समेत कई राज्यों में चल रहा है। अभियान 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से शुरू हुआ, जो 25 दिसंबर को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती तक चलेगा।