क्या राकेश बामजई ने पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण की सराहना की?

सारांश
Key Takeaways
- राकेश बामजई ने एनडीटीवी वर्ल्ड समिट की प्रशंसा की।
- भारत का आत्मनिर्भरता दृष्टिकोण वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए है।
- आने वाला दशक भारत के लिए महत्वपूर्ण होगा।
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। इंटास फार्मास्यूटिकल्स के सीईओ राकेश बामजई ने एनडीटीवी वर्ल्ड समिट की प्रशंसा करते हुए इसे वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण की सराहना की।
18 अक्टूबर को शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्र प्रेस से बातचीत में, बामजई ने कहा कि यह आयोजन ऐसे समय में विचारकों को एक साथ लाने का काम कर रहा है, जब दुनिया लगातार अनिश्चितता और बदलती आर्थिक वास्तविकताओं का सामना कर रही है।
उन्होंने कहा कि आज का वैश्विक माहौल एक 'न्यू नॉर्मल' के रूप में जाना जाता है, जहाँ अस्पष्टता, जटिलता और अस्थिरता सभी क्षेत्रों में निर्णय लेने में प्रभाव डाल रही हैं। इस अनिश्चितता के वातावरण के बावजूद, बामजई ने भारत की तैयारी और लचीलेपन पर विश्वास व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, "भारत इस स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है। मैं भविष्य को लेकर उत्साहित हूँ।" उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय उद्योग वैश्विक चुनौतियों के अनुकूल तेजी से विकसित हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भरता के प्रयासों पर विचार करते हुए, बामजई ने कहा कि 'आत्मनिर्भर भारत' केवल एक नारा नहीं है, बल्कि एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण है जो निर्णायक नेतृत्व द्वारा समर्थित है।
उन्होंने कहा, "यह एक अद्भुत दृष्टिकोण है। मोदी एक ऐसे नेता हैं जो सक्रिय रूप से नेतृत्व करते हैं और दृढ़ विश्वास से भरे हैं।"
बामजई ने आगे कहा कि आने वाला दशक वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक मंच पर भारत के उदय से परिभाषित होगा।
उन्होंने कहा, "हमारा नेतृत्व एक गतिशील, मजबूत और स्पष्ट नेता द्वारा किया जा रहा है जो वास्तव में देश को अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं। अगला दशक भारत का होगा।"
एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति जारी है। ऐसे में बामजई की टिप्पणियों ने बदलती दुनिया में भारत की प्रगति के प्रति बढ़ते आशावाद की भावना को दर्शाया।