क्या रांची में चावल की बोरियों के बीच तस्करी कर 13400 बोतल कफ सिरप जब्त की गई है?
सारांश
Key Takeaways
- पुलिस ने 13,400 बोतल कफ सिरप जब्त की।
- बाजार मूल्य लगभग 30 लाख रुपए है।
- अवैध दस्तावेज के बिना ट्रक चालक को गिरफ्तार किया गया।
- रांची पुलिस तस्करी के नेटवर्क की जांच कर रही है।
- यह मामला अंतरराज्यीय दवा तस्करी से संबंधित हो सकता है।
रांची, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। रांची पुलिस ने दवा तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए एक ट्रक पर लदा 13,400 बोतल कफ सिरप जब्त किया है। यह कार्रवाई मांडर थाना क्षेत्र के टांगरबसली मोड़-39 पर की गई। बरामद कफ सिरप की बाजार कीमत करीब 30 लाख रुपए बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, 1 नवंबर की रात करीब 10:30 बजे रांची के एसएसपी को उत्तर प्रदेश क्राइम ब्रांच से गुप्त सूचना मिली थी कि एक ट्रक में अवैध कफ सिरप लोड कर रांची जिले के चान्हो थाना क्षेत्र से किसी अन्य राज्य में सप्लाई के लिए भेजा जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) प्रवीण पुष्कर के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक (खलारी) राम नारायण चौधरी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
टीम ने टांगरबसली मोड़ पर वाहन जांच अभियान चलाया। जांच के दौरान एक संदिग्ध ट्रक को रोका गया। चालक से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वाहन में सड़ा हुआ चावल लदा है। हालांकि, जब पुलिस ने बोरियों की तलाशी ली तो 134 सफेद प्लास्टिक की बोरियों में छिपाकर रखी गई 13,400 बोतल कफ सिरप बरामद हुई।
पुलिस ने मौके से ट्रक चालक जोगेश्वरी ईस्ट (मुंबई) निवासी वसीम निजाम शेख को गिरफ्तार कर लिया। वह वैध दस्तावेज या ट्रांजिट परमिट प्रस्तुत नहीं कर सका। इसके बाद पुलिस ने ट्रक और पूरी खेप को जब्त कर लिया। रांची पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इतनी बड़ी मात्रा में कहां से लाया गया और इसे किसे सप्लाई किया जाना था।
पुलिस का मानना है कि यह एक अंतरराज्यीय दवा तस्करी गिरोह से जुड़ा मामला हो सकता है। बता दें कि तीन दिन पहले रांची में दवा माफिया द्वारा नकली दवाइयों और कफ सिरप को भूमिगत रूप से डिस्पोज करने की कोशिश का मामला सामने आया था। स्थानीय लोगों की सूचना पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अंसारी ने तत्काल जांच के आदेश दिए थे और कहा था कि दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।