क्या उत्तर प्रदेश में श्री अरविंद राष्ट्रीय इतिहास निबंध प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- प्रतियोगिता का आयोजन 10 से 15 दिसंबर तक होगा।
- छात्रों को रचनात्मकता और लेखन के प्रति प्रोत्साहित किया जाएगा।
- प्रतियोगिता में स्वतंत्रता संग्राम के अनसुने नायकों पर निबंध लिखने का अवसर मिलेगा।
- विद्यार्थियों में राष्ट्रीय चेतना का विकास होगा।
- यह प्रतियोगिता शैक्षणिक गतिविधि के साथ-साथ संवाद का अवसर है।
लखनऊ, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश का बेसिक शिक्षा विभाग लगातार विद्यार्थियों के बौद्धिक और रचनात्मक विकास की दिशा में नई पहल कर रहा है। इसी क्रम में, प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीवीएस) में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए श्री अरविंद राष्ट्रीय इतिहास निबंध प्रतियोगिता 2025 का आयोजन किया जा रहा है।
यह प्रतियोगिता भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और फाउंडेशन फॉर इंडियन हिस्टोरिकल एंड कल्चरल रिसर्च (एफआईएचसीआर) के सहयोग से 10 दिसंबर से 15 दिसंबर तक आयोजित होगी। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में देशभक्ति, अभिव्यक्ति और ऐतिहासिक चेतना का विकास करना है, ताकि वे ज्ञान और कल्पनाशक्ति के माध्यम से भारत की अमर संस्कृति और गौरवशाली परंपराओं को महसूस कर सकें।
इस प्रतियोगिता में कक्षा 7, 8 एवं 9 के परिषदीय विद्यालयों और केजीबीवी की छात्राएं भाग लेकर अपने विचार, भाषा कौशल और इतिहास के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण को अभिव्यक्त करेंगी। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह का कहना है कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में लेखन के प्रति रुचि जगाना और उन्हें यह एहसास कराना है कि भारत का इतिहास एक जीवंत प्रेरणा है। यह पहल विद्यार्थियों में अंग्रेजी दक्षता और रचनात्मक सोच को बढ़ाएगी तथा उनमें आत्मविश्वास भी जगाएगी कि उनके भीतर भी सृजन की वह शक्ति है, जो राष्ट्र के भविष्य को गढ़ सकती है।
यह निबंध प्रतियोगिता उत्तर प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों में राष्ट्रप्रेम, स्वाभिमान और सृजनशीलता की नई ज्योति प्रज्वलित करेगी। यह प्रतियोगिता एक शैक्षणिक गतिविधि के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए भारत की सांस्कृतिक आत्मा से संवाद का अवसर है।
बता दें कि निबंध के विषय स्वतंत्रता संग्राम के अनसुने नायकों, भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण, प्राचीन धरोहरों के संरक्षण और राष्ट्रनिर्माण में योगदान देने वाले महान व्यक्तित्वों पर केंद्रित रहेंगे। इससे विद्यार्थियों में राष्ट्रीय चेतना, गौरव और उत्तरदायित्व की भावना को प्रोत्साहन मिलेगा। राज्य के सभी जिलों में स्थित परिषदीय विद्यालयों एवं केजीबीवी संस्थानों को इस प्रतियोगिता में सक्रिय रूप से शामिल किया गया है। शिक्षकों को विद्यार्थियों को प्रेरित करने तथा उनकी अभिव्यक्ति को सही दिशा देने के निर्देश दिए गए हैं।
विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रतियोगिता के आयोजन, मूल्यांकन और उत्कृष्ट प्रतिभागियों को सम्मानित करने की रूपरेखा तैयार की जा रही है। महानिदेशक स्कूल मोनिका रानी का कहना है कि यह पहल प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नवाचार और सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा और सोच को व्यक्त करने का अवसर मिलेगा। वे इतिहास, संस्कृति और राष्ट्र की आत्मा से गहरे जुड़ाव का अनुभव भी कर सकेंगे।