क्या भाजपा नेता आरपी सिंह ने कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर पर पलटवार किया?
सारांश
Key Takeaways
- राजनीतिक बयानों का महत्व समझें।
- संघ की छवि पर सवाल।
- भाजपा के कार्यकर्ताओं की ताकत।
- कांग्रेस में परिवारवाद की आलोचना।
- भविष्य की राजनीति में संभावित बदलाव।
नई दिल्ली, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता आरपी सिंह ने कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर के उस विवादास्पद बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने संघ की तुलना अल-कायदा से की थी। आरपी सिंह ने स्पष्ट किया कि किसी को भी बोलने से पहले सोच-समझकर बोलना चाहिए, अन्यथा उन्हें मानहानि का केस झेलना पड़ सकता है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा संघ की एक तस्वीर की सराहना करने पर मणिकम टैगोर ने कहा कि संघ एक ऐसा संगठन है जो नफरत फैलाने का काम करता है। उन्होंने इसे अल-कायदा से जोड़ा, यह कहते हुए कि अल-कायदा भी एक संगठित समूह है जो आतंक और नफरत फैलाता है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आरपी सिंह ने राष्ट्र प्रेस से कहा कि मणिकम टैगोर को बोलने से पहले कई बार सोचना चाहिए, अन्यथा उन्हें मानहानि का केस झेलने के लिए तैयार रहना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि दिग्विजय सिंह का बयान सही था। भाजपा में यह संभव है कि एक जमीनी कार्यकर्ता राज्य का मुख्यमंत्री और यहां तक कि देश का प्रधानमंत्री बन सकता है। कांग्रेस में परिवारवाद की सोच हावी है, जो गांधी परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है।
उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस के पास कोई भरोसेमंद नेता नहीं है। कांग्रेस के पास लोगों के सामने पेश करने के लिए कोई ठोस नीति नहीं है। जो मुद्दे वे उठाते हैं, लोग उन्हें खारिज कर देते हैं। आज, लोग कांग्रेस की नीयत पर भी संदेह करने लगे हैं। इसलिए, न कोई नेता है, न कोई नीति है, और न ही उनकी नीयत सही है। यही कारण है कि लोग उन्हें नकार रहे हैं। उनके पास भले ही वर्किंग कमेटी हो, लेकिन यह वह कांग्रेस नहीं है जिसने स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया था। यह अब भ्रष्टाचार में लिप्त कांग्रेस बन गई है।