क्या नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं?
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।
- एनडीए को विधानसभा चुनावों में बहुमत मिला है।
- बिहार की जनता ने विकास की राजनीति को चुना है।
- महागठबंधन की विचारधारा को नकारा गया है।
- लोजपा सांसद शांभवी चौधरी ने खुशी व्यक्त की है।
नई दिल्ली, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर आए रुझानों में एनडीए को प्राप्त बहुमत पर लोजपा (रामविलास) सांसद शांभवी चौधरी ने अपनी खुशी व्यक्त की।
शांभवी चौधरी ने कहा कि हमें इस प्रकार के जनादेश की उम्मीद थी, और अब जनता ने हमें विकास करने के लिए फिर से आशीर्वाद दिया है। हम बिहार की जनता का दिल से धन्यवाद करते हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। राष्ट्र प्रेस से बातचीत में लोजपा (रामविलास) सांसद ने कहा कि हमने हमेशा कहा है कि बिहार में विकास की राजनीति, बदलाव की राजनीति से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। बिहार की जनता इसे पहचानती है और जानती है कि महागठबंधन की विचारधारा विकास से दूर है, जो केवल जंगलराज, अराजकता और जाति-धर्म पर आधारित है। बिहार के मतदाताओं ने महागठबंधन को पहले ही नकार दिया था, फिर भी इसके नेता पुराने ढर्रे पर ही अड़े हुए हैं।
विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान हमने देखा कि पीएम मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की लोकप्रियता कितनी है। लोकसभा चुनाव के बाद हमने कहा था कि विधानसभा चुनाव में एनडीए भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगा। जनता के बीच में एनडीए के नेता सेवा करते रहे हैं, जबकि महागठबंधन के लोग चुनाव के समय ही जागते हैं। विकास के लिए जनता ने जनादेश दिया है, जाति धर्म को पीछे छोड़कर विकास को बिहार की जनता ने चुना है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा।
बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि पहले चरण के चुनाव से पहले हमारे बयानों को देखें, तो हमें दो-तिहाई से अधिक बहुमत मिलने की उम्मीद थी। अगर हम 170 सीटें पार कर गए, तो हमें जो जनादेश मिला है, वह पूरी तरह से उसी उम्मीद के अनुरूप है।