क्या साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले की निष्पक्ष जांच होगी?

सारांश
Key Takeaways
- साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न की घटना हुई।
- एबीवीपी ने घटना की निंदा की है।
- सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए गए हैं।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को खतरा।
- न्याय की मांग को लेकर एबीवीपी संघर्षरत है।
नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने मंगलवार को साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में एक छात्रा के यौन उत्पीड़न की घटना की कड़ी निंदा की है। एबीवीपी ने इसे दुखद और निंदनीय करार दिया है। संगठन ने विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार से इस मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि सभी दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई की जा सके।
एबीवीपी दिल्ली प्रांत मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि साउथ एशियन यूनिवर्सिटी की यह घटना न केवल शैक्षणिक परिसर में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाती है, बल्कि शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले संस्थानों की गरिमा को भी ठेस पहुंचाती है।
उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर छात्र-छात्राएं सुरक्षित वातावरण में अध्ययन करने आते हैं, वहां इस प्रकार की घटना शैक्षणिक जगत को शर्मसार करती है।
सार्थक शर्मा ने यह भी कहा कि साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में विभिन्न देशों के छात्र और छात्राएं पढ़ते हैं, इसलिए यह घटना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को धूमिल कर सकती है। एबीवीपी प्रशासन से दोषियों की शीघ्र पहचान और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करती है।
उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रशासन को यह भी जांच करनी चाहिए कि घटना के समय सुरक्षा गार्ड कहां थे और उनकी भूमिका क्या थी।
एबीवीपी ने कहा कि साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में छात्रा का यौन उत्पीड़न एक बेहद निंदनीय और मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है। हमारी मांग है कि प्रशासन त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को कड़ी सजा दिलाए।
एबीवीपी पीड़िता के साथ खड़ी है और जब तक न्याय नहीं मिलता, हमारी लड़ाई जारी रहेगी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा छात्र-छात्राओं की गरिमा और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सजग रही है और भविष्य में भी ऐसे मामलों में न्याय सुनिश्चित कराने के लिए हर स्तर पर संघर्षरत रहेगी।