क्या तेलंगाना में एनएचएआई प्रोजेक्ट डायरेक्टर रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई ने एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को रंगे हाथों पकड़ा।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई महत्वपूर्ण है।
- रिश्वत की मांग 60,000 रुपए थी।
- एक अन्य व्यक्ति भी इस मामले में शामिल है।
- भ्रष्टाचार से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए।
नई दिल्ली/हैदराबाद, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तेलंगाना के वारंगल में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में एक अन्य व्यक्ति पर भी आरोप लगाया गया है।
आरोप के अनुसार, दोनों ने शिकायतकर्ता से 60,000 रुपए की रिश्वत ली। यह मामला 19 अगस्त का है, जब सीबीआई ने वारंगल के एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर और एक निजी शख्स के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था।
शिकायत के अनुसार, प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने शिकायतकर्ता के रेस्तरां के संचालन में कोई बाधा न डालने के लिए 1,00,000 रुपए की रिश्वत मांगी थी। यह रेस्तरां हैदराबाद से वारंगल जाने वाले हाईवे के पास, गुदूर टोल प्लाजा के समीप बिबिनगर, तेलंगाना में स्थित है। रिश्वत की मांग निजी व्यक्ति के माध्यम से की गई थी।
सीबीआई की जांच में यह पता चला कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद, प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने 60,000 रुपए रिश्वत स्वीकार करने पर सहमति जताई और यह आश्वासन दिया कि उनके पांच साल के कार्यकाल के दौरान शिकायतकर्ता को कोई समस्या नहीं होगी।
सीबीआई ने 19 अगस्त को आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा जब वे शिकायतकर्ता से रिश्वत की राशि स्वीकार कर रहे थे। दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
इसके अलावा, सीबीआई ने हैदराबाद, वारंगल और सदाशिवपेट में तीन स्थानों पर छापेमारी भी की। इस दौरान भ्रष्टाचार से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं, जो आगे की जांच में सहायक साबित होंगे।
सीबीआई ने आम जनता से भी अपील की है कि वे भ्रष्टाचार जैसी गैरकानूनी गतिविधियों की जानकारी दें ताकि इसमें शामिल आरोपियों को बेनकाब किया जा सके। इस मामले की जांच जारी है।