क्या भारतीय लोगों के हितों की रक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है? : रोहन गुप्ता

सारांश
Key Takeaways
- भारत सरकार अपने नागरिकों के हितों की रक्षा को प्राथमिकता देती है।
- टैरिफ धमकी पर भारत का रुख स्पष्ट है।
- अयोध्या राम मंदिर की भूमि पूजन गर्व का विषय है।
- अनुच्छेद 370 हटने से कश्मीर में विकास हो रहा है।
- सरकार किसी दबाव में नहीं आएगी।
अहमदाबाद, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर के संदर्भ में भारत ने एक स्पष्ट प्रतिक्रिया दी है। इस पर भाजपा नेता रोहन गुप्ता ने कहा कि भारतीय लोगों के हितों की सुरक्षा करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
रोहन गुप्ता ने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में कहा कि टैरिफ धमकी पर भारत सरकार का बयान स्पष्ट करता है कि हम हर आवश्यक कदम उठाने के लिए तत्पर हैं, लेकिन किसी दबाव में आकर कोई निर्णय नहीं लेंगे। जहां भारतीय जनता के हितों पर हमला होगा, वहां सरकार कभी भी समझौता नहीं करेगी। यह बयान किसी सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि भारत की सार्वभौमिकता की सुरक्षा का है। भारत सरकार हमेशा इस दिशा में सक्रिय रहेगी। उन्होंने कहा कि हम किसी भी दबाव के सामने नहीं झुकेंगे।
रोहन गुप्ता ने अयोध्या राम मंदिर भूमि पूजन की 5वीं वर्षगांठ पर कहा कि यह हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है। यह सनातन धर्म और पूरे देश का प्रतीक है, क्योंकि भारत लंबे समय से इस धर्म का प्रतीक रहा है। यह सभी के लिए गर्व का विषय है।
उन्होने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया था। राम मंदिर के निर्माण के बाद विपक्ष के नेताओं को श्रद्धालु की तरह दर्शन करने चाहिए थे। उनका दर्शन न करना, मुझे लगता है कहीं ना कहीं उनकी तुष्टिकरण की नीति को दर्शाता है।
अनुच्छेद 370 के हटाए जाने की छठी वर्षगांठ पर उन्होंने कहा कि जब इसे हटाया गया, तब इसे देश के लोकतंत्र पर हमला कहा जा रहा था। कश्मीर के लोग जिस तरह से देश से जुड़े हैं, वह इसका सबसे बड़ा सबूत है। पहले कोई भी हमला होने पर कश्मीर में आतंकवादियों के समर्थन में जुलूस निकलते थे, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। कश्मीर विकास की ओर बढ़ रहा है और जनता समझ चुकी है कि उनके हित में क्या है। अनुच्छेद 370 हटाने से कश्मीर के लोगों को रोजगार मिल रहे हैं और प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है। सरकार की प्राथमिकता में कश्मीर का विकास है।