क्या उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन की जीत होगी? : रामदास आठवले

सारांश
Key Takeaways
- उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होंगे।
- एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन हैं।
- राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।
- सभी दल अपने-अपने उम्मीदवार के साथ चुनाव में हैं।
- नतीजे उसी दिन घोषित होंगे।
नई दिल्ली, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। इससे पहले ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गर्मागर्म बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार की जीत का दावा किया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन की जीत निश्चित है।
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा, "उपराष्ट्रपति पद के लिए कल मतदान होगा और इसी सिलसिले में एनडीए के सभी सांसद दिल्ली आ रहे हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के पास पूर्ण बहुमत है। हमें विश्वास है कि सीपी राधाकृष्णन इस चुनाव में बड़े अंतर से जीतेंगे। हमारी पार्टी का पूरा समर्थन राधाकृष्णन के साथ है और मैं उनके पक्ष में मतदान करूंगा।"
भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने भी एनडीए उम्मीदवार की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा, "उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित है। हमारे पास अधिक सांसद हैं। वोट मांगना सभी का अधिकार है, यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है और सभी का इसमें भाग लेना उचित है। हमें पूरा भरोसा है कि हमारा उम्मीदवार जीतेगा।"
वहीं, पप्पू यादव ने कहा, "उपराष्ट्रपति चुनाव में सभी पार्टी के अपने अधिकार हैं। मुझे लगता है कि इस चुनाव में बेहतर करने का समय है। वह एक विद्वान और पूर्व न्यायाधीश हैं और मेरा मानना है कि पार्टी से ऊपर उठकर सबके हित में न्याय करेंगे। संवैधानिक दायित्वों और लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाना है तो सभी दलों को 'इंडिया गठबंधन' के उम्मीदवार को वोट देना चाहिए।"
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 9 सितंबर को मतदान होगा और उसी दिन नतीजे भी घोषित किए जाएंगे। संसद के दोनों सदनों के सदस्य इस चुनाव में मतदान करेंगे।
उपराष्ट्रपति चुनाव में 'इंडी' गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी का सामना एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से है। सुदर्शन रेड्डी का एक लंबा और प्रतिष्ठित कानूनी करियर है, जिसमें आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश, गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में कार्य शामिल है।