उपराष्ट्रपति ने श्रीकाकुलम भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत पर दुख क्यों जताया?
सारांश
Key Takeaways
- उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त किया है।
- घटना में 10 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई।
- घायलों के लिए 50 हजार रुपए की सहायता राशि की गई है।
- मंदिर में एकादशी के दिन भारी भीड़ थी।
- सुरक्षा प्रबंधन पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई दुखद भगदड़ पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से मुझे अत्यंत दुःख हुआ है। इस घटना में हुई जनहानि बेहद दुखद है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस घटना पर दुख प्रकट किया। उन्होंने 'एक्स' पर साझा किया कि इस घटना में लोगों की जान जाने की खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूं। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस भगदड़ में 9 श्रद्धालुओं की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई। पीएमओ ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री का संदेश था, 'आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ से मैं अत्यंत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों।' राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे।
ज्ञात हो कि श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ मच गई, जिसमें 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं। यह घटना उस समय हुई जब एकादशी के अवसर पर मंदिर में भारी भीड़ जमा हुई थी। भारी भीड़ के कारण अचानक भगदड़ मच गई। घायलों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया। पुलिस भी मौके पर पहुंची।