क्या उपेंद्र कुशवाहा चुनाव के वक्त किए वादों को पूरा करेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- उपेंद्र कुशवाहा ने चुनावी वादों को पूरा करने का संकल्प लिया है।
- किसानों की फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं।
- बेरोजगारी समाप्त करने के लिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स लगाई जाएंगी।
- सात निश्चय पार्ट-3 का लक्ष्य कमजोर वर्ग के लोगों को सशक्त बनाना है।
- साइबर क्राइम पर पुलिस प्रशासन सतर्क है।
भागलपुर, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को चुनाव के दौरान जनता से जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करने का दृढ़ संकल्प दोहराया।
उपेंद्र कुशवाहा ने राष्ट्र प्रेस से चर्चा करते हुए कहा, "चुनाव के समय एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की ओर से हमने एक संकल्प पत्र जारी किया था, जिसमें यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है कि किसानों द्वारा उत्पादित फसलों की मात्रा कैसे बढ़ाई जा सकती है।"
उन्होंने कहा, "ऐसे क्या कदम उठाए जाएं जिससे अधिक से अधिक फसल का उत्पादन हो सके? साथ ही बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर कैसे उपलब्ध कराए जाएं? इस पर ध्यान रखते हुए हर जिले में फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है। राज्य सरकार ने इस दिशा में कार्य करना भी शुरू कर दिया है। इन यूनिट्स से नौजवानों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।"
कुशवाहा ने कहा, "हमने जो चुनाव के समय जनता से वादा किया है, उसे भारत सरकार की मदद से पूरा करेंगे। बिहार में मेरिट की कमी है। यहां से हर साल यूपीएससी समेत कई अन्य क्षेत्रों में लोग निकल रहे हैं। छात्रों की शिक्षा राज्य में होनी चाहिए और रोजगार के अवसर भी यहीं पर बनने चाहिए, जिससे उन्हें अधिक लाभ मिल सके। इस दिशा में शिक्षा के क्षेत्र में विकास के प्रयास किए जा रहे हैं।"
सात निश्चय पार्ट-3 के बिहार में लागू होने पर कुशवाहा ने कहा कि गांवों में कमजोर वर्ग के लोगों को सशक्त बनाने के लिए सात निश्चय-3 लागू किया गया है। पार्ट-1 और पार्ट-2 ने भी इस दिशा में बेहतर काम किया था।
देश और प्रदेश में बढ़ते साइबर क्राइम पर उन्होंने कहा, "इसके लिए पुलिस प्रशासन सतर्क है। टेक्नोलॉजी का उचित और अनुचित दोनों तरह से इस्तेमाल किया जा रहा है। अनुचित इस्तेमाल को रोकने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस विषय पर भारत और राज्य सरकार सजग है।"