क्या उत्तर प्रदेश में घने कोहरे और कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को प्रभावित किया?
सारांश
Key Takeaways
- घना कोहरा और कड़ाके की ठंड जनजीवन को प्रभावित कर रहे हैं।
- लोग गर्म कपड़े पहनकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
- अवश्य सावधानी बरतें, खासकर सड़क पर यात्रा करते समय।
- स्थानीय प्रशासन द्वारा सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है।
लखनऊ, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में मंगलवार सुबह कड़ाके की ठंड के साथ घना कोहरा छा गया, जिसके कारण विजिबिलिटी बेहद कम हो गई और वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई शहरों में वाहन हेडलाइट्स जलाकर धीमी गति से चलते देखे गए।
राजधानी लखनऊ में घने कोहरे ने सड़कों पर विजिबिलिटी को शून्य के करीब पहुंचा दिया। ठंडी हवाओं के कारण ट्रैफिक में भी बाधा आई। इसी प्रकार, संभल शहर में भी घने कोहरे की चादर बिछी रही, जबकि शीत लहर ने मौसम को और ठंडा बना दिया। इससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। ठंड से बचने के लिए लोग आग का सहारा ले रहे हैं।
वाराणसी में सुबह 8 बजे के आसपास घना कोहरा छाया रहा, जिससे दैनिक जीवन में बाधा आई। स्थानीय लोगों ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि ठंड ने प्रचंड रूप ले लिया है। कोहरे के कारण बाइक चलाने में भी काफी दिक्कत हो रही है। उन्होंने बताया कि वे ठंड से बचाव के लिए बेहद गर्म कपड़े पहन रहे हैं और घरों से बाहर कम निकल रहे हैं।
सुबह घने कोहरे ने पूरे अयोध्या शहर को भी ढक लिया, राम मंदिर परिसर के आसपास भी विजिबिलिटी बेहद कम रही। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को आवागमन में समस्याओं का सामना करना पड़ा। हालांकि, श्रद्धालुओं ने सरकार की तरफ से की गई व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ठंड के बीच श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पास उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर और आसपास के क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड और शीत लहर ने कहर बरपाया है। इसी दौरान, घने कोहरे ने लोगों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है। अमेठी जिले में भी लोग घने कोहरे के कारण कम विजिबिलिटी से जूझते नजर आए। इसके अलावा, ठंड में लोग सड़क किनारे अलाव का सहारा लेते देखे गए।