क्या उत्तर प्रदेश के शामली में पुलिस ने 50 हजार का इनामी डकैत ढेर किया?
सारांश
Key Takeaways
- पुलिस मुठभेड़ में 50 हजार का इनामी डकैत मारा गया।
- समयदीन पर 23 से अधिक आपराधिक मामलों का आरोप था।
- पुलिस ने घेराबंदी के दौरान जवाबी फायरिंग की।
- एक पुलिसकर्मी मुठभेड़ में घायल हुआ।
- पुलिस ने घटनास्थल से हथियार बरामद किए।
शामली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में हुई एक पुलिस मुठभेड़ में 50 हजार रुपए का इनामी डकैत समयदीन उर्फ सामा को नष्ट कर दिया गया। सामा मूलतः कांधला कस्बे का निवासी था, लेकिन वह काफी समय से कर्नाटक के तुमकुर में छिपा हुआ था। उस पर उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में 23 से अधिक गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज थे।
समयदीन, अक्टूबर में कांधला में मारे गए एक लाख के इनामी नफीस का सहयोगी था। नफीस के एनकाउंटर के बाद सामा पंजाब भाग गया था और वहां से पुलिस की गिरफ्त से बचता रहा।
पुलिस को सूचना मिली कि थानाभवन थाना क्षेत्र के भेसानी के जंगलों में स्थित एक भट्टे पर समयदीन अपने साथियों के साथ डकैती की योजना बना रहा है। मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने घेराबंदी की, लेकिन जैसे ही पुलिस ने आगे बढ़ने की कोशिश की, बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में समयदीन गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
मुठभेड़ के दौरान एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुआ, जिसे जिला अस्पताल भेजा गया। बाबरी थाना प्रभारी राहुल सिसोदिया की जैकेट पर भी गोली लगी, लेकिन वह सुरक्षित हैं। घटनास्थल से दो पिस्तौल, एक तमंचा और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार मौके पर लगभग छह बदमाश मौजूद थे। गोलीबारी के बाद समयदीन के पांच साथी भागने में सफल रहे। पुलिस उनकी तलाश में जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रही है।
एसपी एनपी सिंह ने बताया, "हमें सूचना मिली थी कि भट्टे के अंदर गैंग मौजूद था। जैसे ही पुलिस ने घेराबंदी की, बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। हमारी जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश गंभीर रूप से घायल हुआ जिसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। एक पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल है, जिसका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। आज एक बड़े बदमाश का अंत हुआ है।"
समयदीन पर उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में 23 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। पुलिस के अनुसार वह कई राज्यों में सक्रिय गिरोहों के साथ मिलकर डकैती और लूट की घटनाएं अंजाम देता था।