क्या वेंकटेश्वर मंदिर में भगदड़ ने श्रद्धालुओं की जान ले ली?
सारांश
Key Takeaways
- भगदड़ की घटना में कई श्रद्धालुओं की मौत हुई।
- मुख्यमंत्री ने घायलों के इलाज के लिए तत्काल कदम उठाने की बात की।
- राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं।
- श्रद्धालुओं को सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- आंध्र प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है वेंकटेश्वर मंदिर.
अमरावती, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा में स्थित वेंकटेश्वर मंदिर में हुई एक दुखद भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि अनेक लोग घायल हुए हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और इसे अत्यंत हृदयविदारक करार दिया है।
मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि इस पवित्र स्थल पर हुई यह दुर्घटना बेहद दुखद है और इससे वे व्यक्तिगत रूप से भी प्रभावित हैं। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।
उन्होंने एक आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट के माध्यम से साझा किया, "काशीबुग्गा के वेंकटेश्वर मंदिर में भगदड़ की घटना ने मुझे गहरे सदमे में डाल दिया है। श्रद्धालुओं की मृत्यु अत्यंत दुखद है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।"
उन्होंने आगे कहा कि जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि घायलों को तुरंत और उचित चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जाए। साथ ही, उन्होंने स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से घटनास्थल का दौरा करने और राहत कार्यों की निगरानी करने को कहा।
सीएम नायडू ने यह भी कहा कि अस्पतालों में घायलों के इलाज की हर संभव व्यवस्था की जाए ताकि किसी भी घायल को कोई परेशानी न हो। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अफवाहों से दूर रहें और राहत कार्यों में प्रशासन का सहयोग करें।
राज्य सरकार ने इस घटनाक्रम की जांच के आदेश दे दिए हैं।
काशीबुग्गा का वेंकटेश्वर मंदिर आंध्र प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
मुख्यमंत्री नायडू ने मृतकों की आत्मा की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।