क्या पश्चिम बंगाल में दो नाबालिगों ने होम ट्यूटर के घर पर सहपाठी का यौन उत्पीड़न किया?

Click to start listening
क्या पश्चिम बंगाल में दो नाबालिगों ने होम ट्यूटर के घर पर सहपाठी का यौन उत्पीड़न किया?

सारांश

पश्चिम बंगाल के सूरी में हुई यह घटना समाज में चिंता का विषय बन गई है। दो नाबालिग लड़कों ने अपनी सहपाठी के साथ यौन उत्पीड़न किया। यह घटना न केवल एक गंभीर अपराध है, बल्कि यह हमारे समाज में व्याप्त मानसिकता को भी उजागर करती है।

Key Takeaways

  • समाज में नाबालिगों की सुरक्षा की आवश्यकता है।
  • पॉक्सो अधिनियम के तहत सख्त कानून होने चाहिए।
  • नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराध को रोकने के लिए जागरूकता आवश्यक है।
  • माता-पिता को अपने बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए।
  • कानून को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।

कोलकाता, १ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के सूरी में एक होम ट्यूटर के घर पर दो नाबालिग लड़कों ने अपनी सहपाठी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है।

पुलिस के अनुसार, यह घटना शुक्रवार शाम को हुई, जब एक नौवीं कक्षा की छात्रा ने अपनी सहपाठी का फोन आने के बाद शाम सात बजे से पहले घर से निकलने का निर्णय लिया। जब वह ट्यूटर के घर पहुंची, तो वहां केवल दो सहपाठी उपस्थित थे और शिक्षक अनुपस्थित थे।

पुलिस ने बताया कि दोनों लड़कों ने लड़की को समय से लगभग एक घंटे पहले ट्यूटर के घर बुलाया और फिर क्लासरूम में उसका उत्पीड़न किया।

बीरभूम जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रात में घर लौटने पर १४ वर्षीय लड़की रो पड़ी और उसने अपने माता-पिता को पूरी घटना बताई। इसके बाद, शिकायत के आधार पर दोनों छात्रों को गिरफ्तार किया गया और उन्हें दोपहर में सूरी किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया।

सूरी पुलिस स्टेशन में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धारा ४ और ६ के तहत मामला दर्ज किया गया है।

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी लड़कों ने लड़की को यह कहकर गुमराह किया था कि ट्यूटर ने उसे शाम ७ बजे क्लास के लिए जल्दी आने को कहा है। हालांकि, उस समय ट्यूटर खुद घर पर नहीं थे। शिक्षक ने अपने घर में एक कमरा ट्यूशन क्लास के लिए अलग रखा था। दोनों आरोपियों ने कथित तौर पर उसकी अनुपस्थिति का लाभ उठाकर यह कृत्य किया।

लड़की की मां द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि उसकी बेटी, जो नौवीं कक्षा की छात्रा है, नियमित रूप से अन्य बच्चों के साथ अपने घर के पास ट्यूशन क्लास जाती थी। ट्यूटर आमतौर पर नौवीं कक्षा के छात्रों के लिए रात ८ बजे से कक्षाएं संचालित करते थे, लेकिन उसकी बेटी शुक्रवार को यह सोचकर घर से जल्दी निकल गई थी कि शिक्षक ने उसे एडवांस क्लास के लिए बुलाया है।

पुलिस ने बताया कि लड़की की मेडिकल जांच पूरी हो चुकी है और सोमवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष सीआरपीसी की धारा १६४ के तहत उसका गोपनीय बयान दर्ज किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि जांच जारी है और मेडिकल और फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

Point of View

NationPress
01/11/2025

Frequently Asked Questions

इस घटना में आरोपी लड़के कितने साल के हैं?
आरोपी लड़के दोनों नाबालिग हैं, जिनकी आयु 14 वर्ष है।
क्या पुलिस ने आरोपी लड़कों को गिरफ्तार किया?
हाँ, पुलिस ने शिकायत के आधार पर दोनों लड़कों को गिरफ्तार किया है।
क्या लड़की की मेडिकल जांच हुई है?
हाँ, लड़की की मेडिकल जांच पूरी हो चुकी है।
इस मामले में क्या कानूनी कार्रवाई की जा रही है?
पुलिस ने पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
क्या ट्यूटर इस घटना में शामिल है?
ट्यूटर घटना के समय घर पर मौजूद नहीं थे, लेकिन उनकी अनुपस्थिति का फायदा उठाया गया।