क्या भारत के 79 प्रतिशत ट्रैक पर ट्रेनें 110 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की स्पीड से चल सकती हैं? - अश्विनी वैष्णव

Click to start listening
क्या भारत के 79 प्रतिशत ट्रैक पर ट्रेनें 110 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की स्पीड से चल सकती हैं? - अश्विनी वैष्णव

सारांश

भारत में रेल ट्रैक का अपग्रेडेशन तेजी से हो रहा है। अश्विनी वैष्णव ने संसद में बताया कि 2014 में 40% ट्रैक 110 किमी/घंटा से अधिक स्पीड के लिए उपयुक्त थे, जो अब बढ़कर 79% हो जाएंगे। जानें इस बदलाव के पीछे के कारण और भारतीय रेलवे की योजनाएं।

Key Takeaways

  • पिछले 11 वर्षों में भारतीय रेलवे के ट्रैक का अपग्रेडेशन हुआ है।
  • 110 किमी प्रति घंटे की स्पीड वाले ट्रैक का हिस्सा 79% तक पहुंचने की उम्मीद है।
  • इलेक्ट्रिफिकेशन के प्रयासों से यात्रा की गति और सुरक्षा में सुधार होगा।

नई दिल्ली, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को संसद में जानकारी दी कि पिछले 11 वर्षों में भारतीय रेलवे द्वारा ट्रैक के अपग्रेडेशन और सुधार के चलते 110 किमी प्रति घंटे और उससे अधिक स्पीड वाले ट्रैक का हिस्सा 2014 के 40 प्रतिशत से बढ़कर नवंबर 2025 तक 79 प्रतिशत होने की संभावना है।

केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित उत्तर में बताया कि भारतीय रेलवे में स्पीड में वृद्धि के लिए ट्रैक के अपग्रेडेशन और सुधार कार्य पिछले 11 वर्षों में व्यापक रूप से किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि ट्रैक अपग्रेडेशन के लिए उठाए गए कदमों में 60 किलोग्राम रेल, चौड़े बेस वाले कंक्रीट स्लीपर, मोटे वेब स्विच, लंबे रेल पैनल, एच बीम स्लीपर, आधुनिक ट्रैक नवीनीकरण और रखरखाव मशीनें, लेवल क्रॉसिंग गेट की इंटरलॉकिंग, और ट्रैक ज्योमेट्री की गहन निगरानी शामिल हैं।

10 वर्षों में सेक्शनल स्पीड की तुलना में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलता है, जिसमें 110 किमी प्रति घंटे से कम स्पीड वाले ट्रैक 2014 के 60.4 प्रतिशत से घटकर 2025 में नेटवर्क का 21.7 प्रतिशत रह जाएगा।

इसके अतिरिक्त, 110-130 किमी प्रति घंटे की स्पीड को सपोर्ट करने वाले ट्रैक का हिस्सा 33.3 प्रतिशत से बढ़कर 57.5 प्रतिशत हो जाएगा, और 130 किमी प्रति घंटे और उससे अधिक स्पीड वाले ट्रैक का हिस्सा केवल 6.3 प्रतिशत से बढ़कर 21.8 प्रतिशत हो जाएगा।

संसद को यह भी बताया गया कि भारतीय रेलवे पर नेटवर्क इलेक्ट्रिफिकेशन मिशन मोड में कार्यरत है, और अब तक, ब्रॉड गेज नेटवर्क का लगभग 99.2 प्रतिशत हिस्सा इलेक्ट्रिफाइड किया जा चुका है।

यह उपलब्धि यूके (39 प्रतिशत), रूस (52 प्रतिशत), और चीन (82 प्रतिशत) से कहीं आगे है।

मंत्री ने कहा, "वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 में रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन क्रमशः 7,188 और 2,701 रूट किलोमीटर हासिल किया गया है। इसके अतिरिक्त, सभी नई लाइन/मल्टी-ट्रैकिंग परियोजनाओं को इलेक्ट्रिफिकेशन के साथ मंजूरी दी जा रही है और इन्हें बनाया जा रहा है।"

पूर्वोत्तर क्षेत्र में अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा और मिजोरम में मौजूदा ब्रॉड गेज नेटवर्क का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका है।

Point of View

यह समाचार भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इससे न केवल यातायात की गति में वृद्धि होगी बल्कि यात्रियों के लिए यात्रा अनुभव भी बेहतर होगा। यह विकास देश की आर्थिक प्रगति में भी योगदान देगा।
NationPress
18/12/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय रेलवे में ट्रैक अपग्रेडेशन का क्या महत्व है?
ट्रैक अपग्रेडेशन से ट्रेन की गति और सुरक्षा में सुधार होता है, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलता है।
क्या भारतीय रेलवे पूरी तरह से इलेक्ट्रिफाइड है?
भारतीय रेलवे का लगभग 99.2 प्रतिशत ब्रॉड गेज नेटवर्क अब इलेक्ट्रिफाइड हो चुका है।
110 किमी प्रति घंटे से अधिक स्पीड वाले ट्रैक का प्रतिशत क्या है?
यह प्रतिशत 2014 में 40% था, जो नवंबर 2025 तक बढ़कर 79% होने की संभावना है।
Nation Press