क्या अनिल कुंबले ने 21 साल पहले कपिल देव की बादशाहत खत्म की थी?
सारांश
Key Takeaways
- कपिल देव ने 434 टेस्ट विकेट के साथ क्रिकेट से संन्यास लिया।
- अनिल कुंबले ने 2004 में अपना 435वां विकेट लिया।
- कुंबले ने 132 टेस्ट में 619 विकेट लिए हैं।
- इरफान पठान ने उस टेस्ट में 11 विकेट लिए थे।
- कुंबले अब भी भारत के सबसे सफल गेंदबाज हैं।
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और 1983 का विश्व कप जीतने वाले कपिल देव ने भारत के लिए सर्वाधिक 434 टेस्ट विकेटअनिल कुंबले ने अपने करियर के दस साल बाद, 2004 में, कपिल देव के इस रिकॉर्ड को तोड़ा।
भारतीय टीम उस समय बांग्लादेश के दौरे पर थी। 10 दिसंबर को ढाका में पहला टेस्ट शुरू हुआ और 13 दिसंबर को समाप्त हुआ। इस टेस्ट में भारतीय टीम ने पारी और 140 रन से जीत हासिल की।
यह टेस्ट अनिल कुंबले द्वारा कपिल देव के सर्वाधिक टेस्ट विकेट के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए भी जाना जाता है। ढाका टेस्ट के पहले दिन कुंबले ने मोहम्मद रफीक के रूप में अपना 435वां टेस्ट विकेट लिया। पारी में कुंबले ने 2 और कुल 4 विकेट लिए थे।
अनिल कुंबले ने अपने 91वें टेस्ट में 435 विकेट के आंकड़े को छुआ, जबकि कपिल देव ने 131 टेस्ट में 434 विकेट लिए थे।
इस टेस्ट में इरफान पठान ने पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 6 विकेट लिए। कुल 11 विकेट लेने वाले पठान को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब मिला।
अनिल कुंबले ने 2 नवंबर 2008 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था। कुंबले भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में कुंबले शीर्ष भारतीय गेंदबाज हैं।
कुंबले ने 132 टेस्ट में 619 और 271 वनडे में 337 विकेट लिए हैं।
सभी फॉर्मेट में सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने के मामले में अनिल कुंबले मुरलीधरन, वॉर्न और एंडरसन के बाद चौथे स्थान पर हैं। सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में भी कुंबले मुरलीधरन, वॉर्न और एंडरसन के बाद चौथे स्थान पर हैं।