क्या बचपन के कोच को यकीन है कि सूर्यकुमार पर कोई दबाव नहीं होगा?
सारांश
Key Takeaways
- सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम इंडिया की अगुवाई होगी।
- कोच अशोक असवालकर का विश्वास है कि खिलाड़ी दबाव में नहीं आएंगे।
- टी20 फॉर्मेट में बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच होगी।
- भारत की गेंदबाजी इस फॉर्मेट में शानदार नजर आ रही है।
- युवा टीम के लिए खेलना आसान होगा।
मुंबई, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच कटक में मंगलवार से टी20 सीरीज का आगाज़ होने वाला है। इस सीरीज की अगुवाई सूर्यकुमार यादव करेंगे। उनके बचपन के कोच अशोक असवालकर को विश्वास है कि भारत की युवा टीम टी20 फॉर्मेट को सही तरीके से समझती है। उन्हें लगता है कि इस सीरीज में सूर्या पर कोई दबाव नहीं होगा।
कोच ने कहा, "हर खिलाड़ी को यह पता है कि टी20 फॉर्मेट में किस प्रकार खेलना होता है। सूर्या की कप्तानी में हमने कुछ सीरीज जीते हैं। इस बार उनके ऊपर कोई दबाव नहीं होगा। अगर यह उनकी पहली कप्तानी होती तो शायद दबाव होता, लेकिन अब ऐसा नहीं है। वह शानदार फॉर्म में हैं और उन्हें खेल की पूरी जानकारी है।"
उन्होंने कहा, "टी20 फॉर्मेट में आम तौर पर बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच होती है, लेकिन कटक में अगर हम पहले बल्लेबाजी करते हैं तो हमें 200 से ज्यादा स्कोर करना होगा, क्योंकि साउथ अफ्रीका के पास भी धुआंधार बल्लेबाज हैं। हमें उसी के अनुसार बल्लेबाजी करनी होगी।"
सूर्या के बचपन के कोच का मानना है कि टी20 क्रिकेट में भारत की गेंदबाजी उत्कृष्ट है। उन्होंने कहा, "इस समय भारत की गेंदबाजी टी20 फॉर्मेट में शानदार नजर आ रही है, लेकिन देखना होगा कि मंगलवार को मैच में कॉम्बिनेशन कैसा होगा।"
अशोक असवालकर ने युवा खिलाड़ियों पर विश्वास जताते हुए कहा, "यह एक युवा टीम है, जो टी20 के खेल को बेहतर तरीके से जानती है। उन्होंने बतौर टीम काफी मैच खेले हैं। उनके लिए यह आसान रहेगा। साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी जबरदस्त है, लेकिन इस मैच में हमारे गेंदबाजों का प्रदर्शन बहुत महत्वपूर्ण है।"
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 9 दिसंबर को कटक में पहला टी20 मुकाबला खेला जाएगा, इसके बाद 11 दिसंबर को न्यू चंडीगढ़ में दूसरा मैच होगा।
दोनों देश 14 दिसंबर को धर्मशाला में तीसरा मुकाबला खेलेंगे, और फिर 17 दिसंबर को चौथा मैच होगा। सीरीज का अंतिम मुकाबला 19 दिसंबर को अहमदाबाद में खेला जाएगा।