क्या चाइना मास्टर्स में सात्विक-चिराग ने हार का सामना किया?

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क्या चाइना मास्टर्स में सात्विक-चिराग ने हार का सामना किया?

सारांश

इस बार के चाइना मास्टर्स में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन फाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। पढ़ें, कैसे यह जोड़ी विश्व चैंपियन को मात देने में असफल रही।

Key Takeaways

  • सात्विक और चिराग ने फाइनल तक पहुँचने के लिए कई मैच जीते।
  • दक्षिण कोरियाई जोड़ी ने उन्हें कड़ी टक्कर दी।
  • यह उनकी दूसरी बार उपविजेता बनने का अनुभव है।

शेन्जेन, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की प्रमुख भारतीय पुरुष युगल जोड़ी को बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड सीरीज सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। रविवार को, इस जोड़ी को हाल ही में विश्व चैंपियन बनी दक्षिण कोरिया की किम वोन हो और सियो सेउंग जे की जोड़ी के हाथों सीधे गेम में 19-21, 15-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।

सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी की जोड़ी ने फाइनल से पहले एक भी मैच नहीं हारा था, लेकिन 41 मिनट तक चले खिताबी मुकाबले में शिकस्त के साथ यह जोड़ी बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर पर लगातार दो बार उपविजेता बनी।

शुरुआती गेम में कोरियन टीम ने बढ़त बना ली थी, लेकिन चिराग ने नेट पर तीसरा शॉट लगाकर स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया।

भारतीयों के लगातार स्मैश की बदौलत कोरियन टीम अपनी बढ़त को एक अंक से आगे नहीं बढ़ा पाई और स्कोर 5-6 हो गया।

इसके बाद सात्विक और चिराग ने बढ़त हासिल कर ली। यह जोड़ी ब्रेक तक 11-7 की बढ़त के साथ खेल रही थी।

सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी 14-7 के स्कोर पर नियंत्रण में नजर आ रहे थे, लेकिन कोरियन टीम ने वापसी करते हुए स्कोर को 13-14 कर दिया।

इसके बाद उन्होंने स्कोर 17-17 से बराबर कर दिया। सात्विक और चिराग की एक-एक गलती ने पहला गेम कोरियन टीम के लिए आसान बना दिया, जिसने अंततः पहला गेम 21-19 से जीत लिया।

दूसरा गेम भी शुरुआत में कांटे की टक्कर का रहा, दोनों टीमें 9-9 से बराबरी पर रहीं। कोरियन टीम ने फिर एक अंक की मामूली बढ़त बनाए रखी। यह टीम ब्रेक तक 11-10 से आगे थी।

ब्रेक के बाद, उन्होंने अपनी बढ़त 14-11 कर ली, लेकिन सात्विक और चिराग ने मामूली वापसी करते हुए अंतर को 14-16 कर दिया।

हालांकि, पलक झपकते ही कोरियन जोड़ी ने पांच मैच प्वाइंट हासिल कर लिए और जल्द ही मैच के साथ खिताब अपने नाम कर लिया।

सात्विक और चिराग के लिए यह 2025 का दूसरा फाइनल था। इससे पहले, उन्होंने पिछले हफ्ते हांगकांग सुपर 500 के फाइनल में जगह बनाई थी, जहां लगातार छह सेमीफाइनल हार का सिलसिला तोड़ा, लेकिन खिताबी मुकाबले में चीन के लियांग वेई केंग और वांग चांग के हाथों तीन गेम में 21-19, 14-21, 17-21 से हार का सामना करना पड़ा।

Point of View

यह कहना गलत नहीं होगा कि सात्विक और चिराग ने बैडमिंटन में भारतीय खेलों की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस स्तर तक पहुँचाया है, और हमें उम्मीद है कि वे आने वाले प्रतियोगिताओं में और बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
NationPress
21/09/2025

Frequently Asked Questions

सात्विक और चिराग की जोड़ी ने कितनी प्रतियोगिताएं जीती हैं?
सात्विक और चिराग ने कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया है, लेकिन हाल ही में चाइना मास्टर्स में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
दक्षिण कोरिया की जोड़ी के खिलाफ फाइनल कैसे रहा?
फाइनल में उन्हें दक्षिण कोरिया की विश्व चैंपियन जोड़ी के खिलाफ सीधे गेम में हार मिली।
क्या उनकी हार से भविष्य में प्रभाव पड़ेगा?
इस हार से उनकी आत्मविश्वास पर असर पड़ सकता है, लेकिन उम्मीद है कि वे इसे सीख के रूप में लेंगे।