क्या रियान पराग ने फिटनेस की अहमियत बताई? क्रिकेट में कोई ऑफ-डे नहीं होता?

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क्या रियान पराग ने फिटनेस की अहमियत बताई? क्रिकेट में कोई ऑफ-डे नहीं होता?

सारांश

भारत के युवा क्रिकेटर रियान पराग ने क्रिकेट में फिटनेस की अनिवार्यता और अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि कैसे एक पेशेवर एथलीट के लिए सालभर फिट रहना महत्वपूर्ण है, ताकि वह प्रतिस्पर्धा में आगे रह सकें। जानिए उनकी यात्रा और फिटनेस के प्रति दृष्टिकोण।

Key Takeaways

  • फिटनेस एक पेशेवर एथलीट के लिए आवश्यक है।
  • 365 दिन ट्रेनिंग से प्रदर्शन में सुधार होता है।
  • खान-पान का संतुलन बनाए रखना जरूरी है।
  • नींद रिकवरी के लिए महत्वपूर्ण है।
  • प्रतिस्पर्धा में आगे रहने के लिए फिटनेस पर ध्यान देना आवश्यक है।

नई दिल्ली, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत के युवा क्रिकेटर रियान पराग ने क्रिकेट में फिटनेस की महत्वता और इस विषय में अपनी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि एक क्रिकेटर के रूप में फिटनेस बनाए रखना उनके लिए सालभर की प्रतिबद्धता बन गई है, क्योंकि इससे वह कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच अपनी स्थिति बनाए रख सकते हैं।

एक इवेंट में राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए रियान पराग ने कहा, "आपको यह हर दिन करना होता है। कोई ऑफ-सीजन नहीं होता; खासकर शरीर के लिए तो कोई ऑफ-डे नहीं होता। मुझे पता है कि क्रिकेट के कारण हमें ऑफ-सीजन मिलता है, जहां टूर्नामेंट और मैच नहीं होते।"

उन्होंने कहा कि क्रिकेट न होने पर भी यदि आप 365 दिन ट्रेनिंग करते हैं, अपने शरीर पर नियंत्रण रखते हैं और सही खान-पान का ध्यान रखते हैं, तो आपको इसका लाभफार्मेट में खुद को बनाए रख सकते हैं।

रियान ने बताया कि वह 11 साल की उम्र से ही फिटनेस के प्रति सजग रहे हैं। फिटनेस की वजह से ही उन्हें 2018 में खेले गए अंडर-19 विश्व कप, असम की कप्तानी, राजस्थान रॉयल्स की टीम में जगह और भारतीय क्रिकेट टीम में डेब्यू करने जैसे उपलब्धियों का सामना करना पड़ा है।

पराग ने कहा, "मुझे लगता है कि फिटनेस एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मैं एक पेशेवर एथलीट हूं। लेकिन, हर किसी के लिए, उनके दैनिक जीवन में, फिटनेस एक बड़ा फैक्टर हो सकता है। मेरी यात्रा की शुरुआत तब हुई जब मैं 11 साल का था।"

युवा क्रिकेटर ने कहा कि फिटनेस बेहतर रहने पर प्रतिस्पर्धी खिलाड़ियों के मुकाबले ज्यादा महत्व रखती है। वर्तमान में, युवा क्रिकेटरों की प्रवृत्ति को देखते हुए, हर कोई अपनी फिटनेस पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

मैच के दिनों और खाली समय में फिटनेस पर काम करने के संबंध में रियान ने कहा, "मैच न होने की स्थिति में अधिक ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है। मैच फिटनेस और सामान्य जीवन की फिटनेस में अंतर होता है।"

उन्होंने कहा, "अगर कोई चाहता है कि आप सुबह 5 बजे उठें, 2 किलोमीटर दौड़ें और फिर मैच खेलने जाएं, तो मुझे लगता है कि एक पेशेवर एथलीट के तौर पर आपको ऐसा करने में सक्षम होना चाहिए। इसके लिए प्रशिक्षण आवश्यक है।"

रियान ने कहा कि लंबी दूरी की उड़ानों के बाद थकान मिटाने के लिए उन्हें भरपूर नींद लेना पसंद है। उन्होंने कहा कि नींद ही वह चीज है जिससे आप रिकवरी करते हैं।

पिछले सीजन आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की कुछ मैचों में कप्तानी करने वाले पराग ने कहा कि फिटनेस के प्रति सजग रहने के बावजूद मैं अपने खान-पान को लेकर बहुत सख्त नहीं हूं। मुझे बहुत सारा खाना पसंद है। लेकिन जब सीजन होता है, तो मैं इंटरमिटेंट फास्टिंग करना पसंद करता हूं। मैं एक स्वस्थ संतुलन बनाए रखता हूं।

Point of View

यह कहना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि रियान पराग जैसे युवा क्रिकेटरों की फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करना ना केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए, बल्कि पूरे देश के क्रिकेट भविष्य के लिए भी आवश्यक है। फिटनेस की यह संस्कृति हमें आगे बढ़ने का मौका देती है।
NationPress
19/07/2025

Frequently Asked Questions

रियान पराग ने फिटनेस के बारे में क्या कहा?
रियान पराग ने कहा कि एक क्रिकेटर के लिए फिटनेस बनाए रखना सालभर की प्रतिबद्धता है।
फिटनेस का क्रिकेट पर क्या असर होता है?
फिटनेस से खिलाड़ी की प्रदर्शन क्षमता में सुधार होता है और वह प्रतिस्पर्धा में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
रियान की फिटनेस यात्रा कब शुरू हुई?
रियान ने अपनी फिटनेस यात्रा की शुरुआत 11 साल की उम्र से की।
क्या रियान अपने खान-पान के प्रति सख्त हैं?
रियान ने कहा कि वह फिटनेस के प्रति सजग हैं, लेकिन खान-पान में बहुत सख्त नहीं हैं।
रियान ने कौन-सी प्रमुख उपलब्धियाँ हासिल की हैं?
रियान ने अंडर-19 विश्व कप, असम की कप्तानी और भारतीय क्रिकेट टीम के लिए डेब्यू जैसी उपलब्धियाँ हासिल की हैं।