क्या महिला विश्व कप में बारिश ने फैंस का इंतजार लंबा कर दिया?
सारांश
Key Takeaways
- भारतीय महिला टीम पहली बार अपने घरेलू मैदान पर विश्व कप फाइनल खेल रही है।
- बारिश ने टॉस में देरी की, लेकिन दर्शकों का उत्साह बरकरार है।
- फाइनल मैच के लिए रिजर्व डे की व्यवस्था है।
- भारतीय टीम पिछले दो फाइनल में जीत हासिल नहीं कर पाई थी।
- दर्शकों की भारी भीड़ फाइनल देखने के लिए स्टेडियम के बाहर मौजूद है।
नवी मुंबई, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच डॉ. डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स एकेडमी में आयोजित होने वाले महिला वनडे विश्व कप फाइनल में बारिश के कारण टॉस में देरी हुई है।
दोपहर के समय हल्की बारिश शुरू हो गई थी, जिससे ग्राउंड स्टाफ को खिलाड़ियों के लिए कवर बिछाने की आवश्यकता पड़ी और उन्हें डगआउट में रहने की सलाह दी गई, ताकि वे वार्म-अप के लिए बाहर न जा सकें।
हालांकि, टॉस के निर्धारित समय से 30 मिनट पहले, दोपहर 2:00 बजे के लगभग जब बारिश थमी और थोड़ी धूप निकली, तो मौसम अच्छा हो गया।
नवी मुंबई और उसके आस-पास के ठाणे व मुंबई में सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है। इस बारिश ने दर्शकों के उत्साह को बिल्कुल भी कम नहीं किया है; स्टेडियम के बाहर फाइनल देखने के लिए भारी भीड़ जमा हो गई है।
भारतीय महिला टीम अपने घरेलू मैदान पर पहली बार विश्व कप फाइनल खेल रही है। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद, टीम इंडिया खिताब जीतने की मजबूत दावेदार मानी जा रही है।
भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही ऐतिहासिक खिताब जीतने की कोशिश में हैं। दोनों देशों ने पहले कभी खिताब नहीं जीता है। भारतीय टीम ने 2005 और 2017 का फाइनल खेला था, लेकिन उसे खिताब नहीं मिला।
फैंस के लिए एक अच्छी खबर यह है कि मैच के लिए एक 'रिजर्व डे' है। मैच वहीं से शुरू होगा, जहां इसे रविवार को रोका गया था। हालांकि, आईसीसी इसे रविवार को ही पूरा कराने की पूरी कोशिश करेगा, भले ही ओवरों में कटौती करनी पड़े।
भारतीय टीम: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, हरलीन देओल, जेमिमा रोड्रिगेज, ऋचा घोष, रेणुका सिंह ठाकुर, दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा, क्रांति गौड़, श्री चरणी, राधा यादव, अमनजोत कौर, अरुंधति रेड्डी, उमा छेत्री और शेफाली वर्मा.
साउथ अफ्रीकी टीम: लौरा वोल्वार्ड्ट (कप्तान), अयाबांगा खाका, क्लो ट्रायॉन, नादिन डी क्लार्क, मारिजैन कप्प, ताजमिन ब्रित्स, सिनालो जाफ्ता (विकेटकीपर), नॉनकुलुलेको म्लाबा, एनेरी डर्कसेन, ऐनी बॉश, मसबत क्लास, सुने लुस, कराबो मेसो, तुमी सेखुखुने और नोंदुमिसो शांगसे.