क्या आईपीएल मालिकों को क्रिकेट में दखल देने का हक नहीं है? गौतम गंभीर का बयान
सारांश
Key Takeaways
- गौतम गंभीर ने आईपीएल मालिकों पर निशाना साधा।
- दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज जीतने के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस।
- क्रिकेट में बाहरी दखल से बचने की आवश्यकता।
- पार्थ जिंदल का कोचिंग पर बयान।
- भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार का सामना किया।
विशाखापत्तनम, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को वनडे सीरीज में 2-1 से हराया। इस सीरीज की जीत के बाद, टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक आईपीएल टीम के मालिक पर निशाना साधा और उन्हें अपने दायरे में रहने की सलाह दी।
भारतीय टीम को घरेलू टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद गंभीर की कोचिंग पर सवाल उठे थे। टेस्ट फॉर्मेट में कोच के बदलाव का मुद्दा भी सोशल मीडिया पर चर्चा में आया, जिसमें आईपीएल की एक टीम के सह-मालिक भी शामिल थे।
गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिना किसी का नाम लिए कहा, "ऐसे लोग हैं जिनका क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन वे अपनी राय दे रहे हैं। लोगों को अपने दायरे में रहना चाहिए। अगर मैं किसी के दायरे में नहीं आता, तो उन्हें भी मेरे दायरे में आने का कोई हक नहीं है।"
गौतम गंभीर ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक पार्थ जिंदल की ओर था। पार्थ ने हर फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कोच की आवश्यकता की वकालत की थी।
पार्थ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "घर पर हमारी टेस्ट टीम इतनी कमजोर कभी नहीं रही। जब रेड-बॉल स्पेशलिस्ट नहीं चुने जाते, तो ऐसा ही होता है। भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में एक विशेषज्ञ टेस्ट कोच रखना आवश्यक है।"
गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद, भारतीय टीम ने एक साल के भीतर अपने घर में टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ क्लीन स्वीप का सामना किया। न्यूजीलैंड ने 2024 में भारत को 0-3 से हराया, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने 0-2 से हराया।