क्या भारतीय कुश्ती महासंघ ने ओलंपिक पदक विजेता अमन सहरावत को निलंबित किया?

सारांश
Key Takeaways
- अमन सहरावत को एक साल के लिए निलंबित किया गया है।
- निलंबन का कारण वजन सीमा का उल्लंघन है।
- यह निलंबन 23 सितंबर से प्रभावी है।
- सहरावत 2026 एशियाई खेलों में भाग नहीं ले पाएंगे।
- यह भारतीय कुश्ती में अनुशासन के मुद्दों का संकेत है।
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय कुश्ती महासंघ ने मंगलवार को पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता अमन सहरावत को एक साल के लिए निलंबित कर दिया। 22 वर्षीय सहरावत को सितंबर में क्रोएशिया के जाग्रेब में हुई विश्व चैंपियनशिप में 57 किलोग्राम भार सीमा का उल्लंघन करने के कारण अयोग्य घोषित किया गया था।
23 सितंबर से लागू हुए इस निलंबन के कारण सहरावत सितंबर 2026 तक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती से जुड़ी किसी भी गतिविधि में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। इस निलंबन की पुष्टि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने की।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में संजय सिंह ने बताया कि अमन सहरावत को एक अनुशासनात्मक नोटिस भेजा गया था, जिसका वे संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। इसके चलते उन्हें निलंबित किया गया।
संजय सिंह ने कहा, "भारतीय कुश्ती महासंघ ने वजन से संबंधित नियमों का उल्लंघन करने के लिए अमन सहरावत को निलंबित करने की घोषणा की है। 23 सितंबर से प्रभावी यह निलंबन उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी कुश्ती गतिविधि में भाग लेने से रोकता है।"
सहरावत 14 सितंबर को अपने निर्धारित मुकाबले से 18 दिन पहले क्रोएशिया के पोरेक में तैयारी शिविर में शामिल हुए थे, जिससे उन्हें नियमों के अनुसार अपना वजन और फिटनेस स्तर बनाए रखने का पर्याप्त समय मिला।
यह एक साल के भीतर किसी भारतीय पहलवान से जुड़ी तीसरी अनुशासनात्मक घटना है। इससे पहले, विनेश फोगट के पेरिस 2024 ओलंपिक से हटने और नेहा सांगवान को 2025 विश्व अंडर-20 चैंपियनशिप में वजन अनुपालन और फिटनेस मानकों से संबंधित मुद्दों के कारण अयोग्य घोषित किया गया था।
एक साल के इस निलंबन का सहरावत के करियर पर, विशेषकर 2026 एशियाई खेलों की उनकी तैयारियों पर, महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना है, जहां कुश्ती प्रतियोगिताएं 30 सितंबर से 3 अक्टूबर तक आयोजित की जाएंगी।