क्या आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि पर बन रहा विशेष योग?

सारांश
Key Takeaways
- आषाढ़ मास की पंचमी तिथि पर विशेष योग बन रहा है।
- सुहागिनों के लिए दान का महत्व है।
- वैधृति योग स्थिर कार्यों के लिए शुभ है।
- धनिष्ठा नक्षत्र का संयोग भी आज है।
- स्नान में दूध मिलाने से धन संबंधी समस्याओं का समाधान होता है।
नई दिल्ली, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। आज आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि और सोमवार का दिन है। दृक पंचांग के अनुसार, पंचमी तिथि 16 जून की दोपहर बाद 03:32 बजे तक रहेगी, और सुबह 11:07 बजे तक वैधृति योग भी रहेगा। इस दिन को सुहागिनों के लिए बहुत खास माना जाता है। मान्यता के अनुसार, इस दिन नई चूड़ियां पहनकर भोलेनाथ की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही, मां पार्वती की विशेष कृपा भी प्राप्त होती है।
वैधृति योग स्थिर कार्यों के लिए शुभ है, लेकिन यदि कोई भाग-दौड़ वाला कार्य या यात्रा करनी है, तो इसे इस योग में नहीं करना चाहिए। इसी दिन देर रात 01:14 मिनट पर धनिष्ठा नक्षत्र भी लग जाएगा, जो आकाश मंडल के 27 नक्षत्रों में से 23वां नक्षत्र है। इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र और वैधृति योग का संयोग रहेगा।
आज से पंचक भी शुरू हो रहे हैं, जिससे अगले पांच दिन तक कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। वाहन, सोना आदि की खरीदारी ज्योतिष सलाह के बाद ही करें। सोमवार को भोलेनाथ को समर्पित दिन माना जाता है। इस दिन जल में दूध मिलाकर स्नान करना चाहिए। मान्यता है, इससे धन संबंधी समस्याओं का समाधान शीघ्र होता है। दिन के शुभ मुहूर्त में, सोमवार को अभिजीत मुहूर्त 11:48 − 12:41 मिनट तक रहेगा और राहुकाल 07:14 − 08:54 मिनट तक रहेगा।
चंद्रमा मकर राशि में संचरण करेंगे। आज का दिन वैधृति योग, रवि योग और धनिष्ठा नक्षत्र के साथ शुभ माना गया है। इस दिन सुहाग की सामग्री जैसे चूड़ी, बिंदी आदि का दान करने से पति की लंबी उम्र का वरदान प्राप्त होता है। आज की शुरुआत वैधृति योग से होगी, जो 16 जून को है। इसके बाद विष्कंभ योग की शुरूआत होगी। साथ ही, आज रवि योग जैसे विशेष योग भी बन रहे हैं।