क्या अबू आजमी नवरात्रि में पूजा पंडालों में जाएंगे बिना टीका और कलावा के?

सारांश
Key Takeaways
- अबू आजमी ने नवरात्रि में बिना टीका और कलावा जाने का निर्णय लिया।
- उन्होंने हिंदू-मुस्लिम भाईचारे पर जोर दिया।
- भारत-पाक क्रिकेट मैच को लेकर उन्होंने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
- जीएसटी सुधार पर सवाल उठाए।
- नॉनवेज पर प्रतिबंध की मांग को गलत बताया।
मुंबई, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र से समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता अबू आजमी ने कहा कि नवरात्रि का त्योहार शुरू हो चुका है और उन्हें कई स्थानों से निमंत्रण प्राप्त हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि वे पूजा पंडालों में जाएंगे, लेकिन न टीका लगाएंगे और न कलावा बांधवाएंगे। अगर किसी को निकालना है तो वे निकाल सकते हैं।
मीडिया के साथ बातचीत में अबू आजमी ने कहा, "मेरे क्षेत्र में नवरात्रि के लिए मेरे हिंदू भाइयों ने मुझे बुलाया है। मैं वहां जरूर जाऊंगा, लेकिन मैं टीका नहीं लगाऊंगा, न ही कलावा बांधूंगा। अगर निकालना होगा तो निकाल देंगे।"
उन्होंने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके पास करने के लिए कुछ और नहीं है। उनका उद्देश्य केवल हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाना है, जबकि हमारा काम सिर्फ भाईचारा फैलाना है।
भारत-पाक क्रिकेट मैच पर उन्होंने कहा कि इस पर पूरा देश एकजुट है। अगर भारत को पाकिस्तान के साथ मैच खेलना पड़ता है, तो मैं सरकार से मांग करता हूं कि इस मैच के ब्रॉडकास्टिंग राइट्स और विज्ञापनों से प्राप्त सभी धन को पाकिस्तान के आतंकवाद में शहीद हुए परिवारों को दिया जाए।
जीएसटी सुधार पर सपा नेता ने कहा कि मैं इसे सौगात नहीं मानता। सवाल यह है कि इतने सालों से सरकार ने इतना जीएसटी क्यों वसूला? अब जब चुनाव आ रहे हैं, तब इसे सौगात बताना ठीक नहीं है। पहले जनता की जेब पर इतना भार डाला, इसका जवाब कौन देगा?
मुंबई के मानखुर्द इलाके में दुर्गा प्रतिमा के 'अपमान' को लेकर दो गुटों के बीच झड़प पर उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल गलत है। मुझे जो जानकारी मिली है, वह यह है कि नशे में एक लड़के ने पहले बदतमीजी की। जब प्रतिमा मस्जिद के सामने से गुजर रही थी, तो वहां ड्रम बजाने की शुरुआत की गई। मैं कहना चाहता हूं कि ऐसा कृत्य नहीं करना चाहिए जिससे आपसी सौहार्द बिगड़े। दोषियों पर मामला दर्ज होना चाहिए।
नवरात्रि के दौरान दिल्ली और यूपी में नॉनवेज बंद करने की मांग पर उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल गलत है। किसी का त्योहार है, तो दूसरे के खाने पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर अबू आजमी ने कहा कि जब जरूरत थी, तब कार्रवाई नहीं की गई, और सीजफायर कर दिया गया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में सीजफायर हुआ, वे खुद कई बार इस बात को कह चुके हैं।