क्या अयोध्या में 'ध्वजारोहण' कार्यक्रम की तैयारियां तेजी से चल रही हैं?
सारांश
Key Takeaways
- ध्वजारोहण कार्यक्रम 25 नवंबर को होगा।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में शामिल होंगे।
- अयोध्या में सफाई और सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
- 'सुग्रीव पथ' नामक साइनबोर्ड लगाया गया है।
- नगर निगम द्वारा विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है।
अयोध्या, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अयोध्या में राम मंदिर परिसर के शिखर पर 'ध्वजारोहण' कार्यक्रम की तैयारियां बड़े जोर-शोर से चल रही हैं। सफाई से लेकर सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं। 25 नवंबर को होने वाले इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई प्रमुख नेता उपस्थित रहेंगे।
इन तैयारियों के बीच, राम जन्मभूमि परिसर के निकास मार्ग पर 'सुग्रीव पथ' नाम का साइनबोर्ड लगाया गया है। यह बोर्ड लोक निर्माण विभाग द्वारा ध्वजारोहण समारोह से पूर्व लगाया गया।
इस बीच, अयोध्या नगर निगम ने 'ध्वजारोहण' कार्यक्रम से पहले विशेष सफाई अभियान शुरू किया है। मेयर गिरीश पति त्रिपाठी ने राष्ट्र प्रेस को बताया, "हमने शहर के विभिन्न कॉलेजों के छात्रों को एकत्रित किया है और आज हम एक सफाई रैली का आयोजन कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि 25 नवंबर को एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। अयोध्या में स्वच्छता और उत्सव का माहौल बना हुआ है। लोग स्वच्छता के प्रति लगातार प्रयासरत हैं। मेयर ने नागरिकों से अपील की कि वे अपने घर, आस-पास और पर्यावरण को स्वच्छ रखें। उन्होंने कहा कि हम निरंतर सफाई अभियान चला रहे हैं।
नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से अयोध्या नगर निगम द्वारा स्वच्छता सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को स्वच्छता रैली निकाली गई।
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी के 25 नवंबर को अयोध्या के दौरे से पहले भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा को कड़ा कर दिया गया है।
महाराजगंज के एसपी सोमेंद्र मीणा ने कहा, "आने वाले सभी बड़े इवेंट्स को ध्यान में रखते हुए, पूरे सीमा क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया है और सभी सीमा गांवों में स्थानीय समितियों की बैठकें आयोजित की गई हैं। एहतियात के तौर पर, सभी फुटपाथों पर चेकपॉइंट्स बनाए गए हैं और एसएसबी के साथ स्थानीय पुलिस लगातार सीमा पर कड़ी निगरानी रख रही है।"
उन्होंने बताया कि होटल, सराय और सड़क किनारे खाने की जगहों की जांच की जा रही है। सभी स्थानों पर चेकपॉइंट्स स्थापित किए गए हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से फुटपाथ बनाए गए हैं और अधिकारियों को बॉर्डर क्षेत्रों में निरंतर सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया है।