क्या बाबा विश्वनाथ का होगा विशेष श्रृंगार, गौरी शंकर स्वरूप में देंगे दर्शन?

सारांश
Key Takeaways
- बाबा विश्वनाथ का विशेष श्रृंगार गौरी-शंकर स्वरूप में होगा।
- श्रावण मास के दूसरे सोमवार को यह विशेष अवसर है।
- कांवड़ियों और श्रद्धालुओं को दर्शन का लाभ मिलेगा।
- यात्रा की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।
- महादेव के इस स्वरूप का दर्शन शिव भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है।
वाराणसी, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। श्रावण मास के दूसरे सोमवार को बाबा विश्वनाथ का गौरी-शंकर (शंकर-पार्वती) स्वरूप में विशेष श्रृंगार किया जाएगा। महादेव के इस अलौकिक स्वरूप के दर्शन का सौभाग्य कांवड़ियों के साथ सामान्य श्रद्धालुओं को भी प्राप्त होगा। श्रावण मास के पहले सोमवार को बाबा विश्वनाथ के चल प्रतिमा के स्वरूप का श्रृंगार किया गया था।
हर सोमवार को सावन में बाबा के विभिन्न स्वरूपों का श्रृंगार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को वाराणसी का दौरा करते हुए निर्देश दिया था कि कांवड़ियों की यात्रा सुगम और सुरक्षित हो।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि श्रावण मास के दूसरे सोमवार को देवाधिदेव महादेव के गौरी शंकर स्वरूप का श्रृंगार होगा। श्री विश्वेश्वर के भक्त इस विशेष स्वरूप का दर्शन कर पाएंगे। बाबा के प्रिय श्रावण मास में महादेव के दर्शन का सोमवार को विशेष महत्व होता है, जो शिव भक्तों के लिए फलदायी होता है।
सोमवार को बाबा के विशेष स्वरूपों का श्रृंगार किया जाएगा। तीसरे सोमवार (28 जुलाई) को भगवान शंकर का अर्धनारीश्वर रूप और चौथे सोमवार (4 अगस्त) को रुद्राक्ष श्रृंगार होगा। 9 अगस्त को पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पूर्णिमा वार्षिक झूला श्रृंगार होगा।
श्रावण मास के पहले सोमवार को बाबा विश्वनाथ के चल प्रतिमा का श्रृंगार किया गया था। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए रेड कार्पेट बिछाकर पुष्प वर्षा होगी। धाम में भक्तों की सुविधा और सुगम दर्शन का पूरा ध्यान रखा गया है। वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि गंगा में सुरक्षा और बचाव के लिए जल पुलिस और एनडीआरएफ की कई टीम तैनात की गई हैं। आकाश से निगरानी के लिए आठ ड्रोन पेट्रोलिंग करेंगे। वहीं तीसरा ड्रोन नजर रखने के लिए लंबी उड़ान भरेगा। 200 सीसीटीवी कैमरे हर गतिविधि की रिपोर्ट देते रहेंगे।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि 10 क्विक रिस्पॉन्स टीम 24 घंटे तैनात रहेगी। 20 से अधिक मोटर साइकिल दस्ते सड़कों पर पेट्रोलिंग करेंगे। लगभग 1,500 से अधिक पुलिसकर्मी 24 घंटे तैनात रहेंगे। श्री काशी विश्वनाथ धाम को जोड़ने वाले मार्गों पर शनिवार से यातायात प्रबंधन के तहत डायवर्जन और नो एंट्री लागू कर दी गई है, जो मंगलवार सुबह तक जारी रहेगा। प्रयागराज से काशी राष्ट्रीय राजमार्ग की बायीं लेन कांवड़ियों के लिए सुरक्षित कर दी गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए मार्गों और मंदिर में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा अस्थाई पुलिस चौकियां भी बनाई गई हैं।