क्या बिहार में सुशासन की लहर और आत्मनिर्भर भारत का संकल्प संभव है?

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क्या बिहार में सुशासन की लहर और आत्मनिर्भर भारत का संकल्प संभव है?

सारांश

क्या बिहार में सुशासन की लहर और आत्मनिर्भर भारत का संकल्प सच में संभव है? संजय सेठ ने बिहार की बदलती तस्वीर और विकास की नई कहानी पर रोशनी डाली है। जानें, बिहारवासियों में किस प्रकार का गर्व और आशा है।

Key Takeaways

  • संजय सेठ का बिहार में सुशासन पर विश्वास
  • विकास की नई कहानी
  • आत्मनिर्भर भारत का संकल्प
  • बिहारवासियों का गर्व
  • एनडीए का प्रभावी चुनावी प्रदर्शन

रांची, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने बिहार की बदलती तस्वीर पर चर्चा करते हुए कहा कि बिहार के लोग सुशासन में विश्वास रखते हैं और एनडीए ने एक स्वाभाविक विकल्प के रूप में पहचान बनाई है।

दीपावली के मौके पर रांची में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बिहार के जंगलराज के अंधेरे दौर की तुलना वर्तमान सुशासन से की और कहा कि बिहारवासियों ने विकास का एक नया अध्याय लिखा है।

संजय सेठ ने कहा, "मैं कई दिनों से बिहार में हूं और चुनाव प्रचार में व्यस्त हूं। आज दीपावली के लिए रांची आया हूं, लेकिन कल फिर बिहार लौटूंगा। बिहार के लोग आज खुश हैं और जंगलराज के भयावह दौर को याद कर सुशासन की तुलना करते हैं। पुरानी पीढ़ी ने लाठी-डंडे, जबरन वसूली और गरीबों के संघर्ष को देखा है। उस समय नई गाड़ियां शोरूम से बिना पैसे के निकाल ली जाती थीं, महिलाएं शाम पांच बजे के बाद सुरक्षित नहीं थीं, गांवों में सन्नाटा और आतंक का माहौल था। सड़कों और बिजली की स्थिति बद से बदतर थी।"

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की बदली तस्वीर का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, "आज बिहार में सड़कों का जाल विकसित राज्यों की श्रेणी में आता है। पहले बिहारी होने में शर्मिंदगी महसूस होती थी, लेकिन अब बिहारवासियों को गर्व है। यह विकास की सुनामी है, जो प्रचंड बहुमत के साथ एनडीए को बिहार में दो-तिहाई सीटें दिलाएगी। जिन्हें न चुनाव आयोग, न ईवीएम, न सीबीआई पर भरोसा है, उन्हें बिहार की जनता इस बार धूल चटाएगी।"

दीपावली के इस पावन अवसर पर संजय सेठ ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा, "इस बार की दीपावली खास है। पूरे देश में लोगों ने स्वदेशी उत्पादों को अपनाया। देर रात तक दुकानों में भीड़ रही। जीएसटी सुधारों और बचत महोत्सव ने इस दीपावली को और खास बनाया। यह दीपावली रोशनी, खुशियां और राष्ट्र प्रथम की भावना लेकर आई है।

उन्होंने देशवासियों से स्वदेशी अपनाने और स्वस्थ जीवन के साथ आगे बढ़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के स्वदेशी संकल्प ने धनतेरस और दीपावली को मील का पत्थर बना दिया। यह नया भारत और स्वदेशी भारत है।

Point of View

हमें यह देखने की आवश्यकता है कि बिहार का वर्तमान परिदृश्य कैसे बदल रहा है। सुशासन और विकास की कहानी में बिहारवासियों का विश्वास महत्वपूर्ण है। इस बदलाव के पीछे की राजनीतिक रणनीतियों को समझना आवश्यक है।
NationPress
20/10/2025

Frequently Asked Questions

बिहार में सुशासन का क्या मतलब है?
बिहार में सुशासन का अर्थ है कि सरकार द्वारा नागरिकों के अधिकारों का संरक्षण, विकास और सुरक्षा सुनिश्चित करना।
आत्मनिर्भर भारत क्या है?
आत्मनिर्भर भारत का तात्पर्य है कि देश अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए स्वदेशी उत्पादों और सेवाओं पर निर्भर हो।