क्या बांग्लादेश की पूर्व पीएम खालिदा जिया अस्पताल में भर्ती हैं?
सारांश
Key Takeaways
- खालिदा जिया को हार्ट और फेफड़ों की समस्या है।
- उन्हें एवरकेयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
- उनकी स्थिति पर 24 घंटे की निगरानी रखी जा रही है।
नई दिल्ली, 24 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया इन दिनों स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही हैं। बांग्लादेशी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, खालिदा जिया के हार्ट और फेफड़ों में इन्फेक्शन हो गया है। उनका इलाज एवरकेयर हॉस्पिटल में किया जा रहा है।
बीएनपी के चिकित्सा बोर्ड के सदस्य, प्रोफेसर डॉ. एफएम सिद्दीकी ने कहा, "पिछले कुछ महीनों से, उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। आज, हमने उन्हें यहां (एवरकेयर हॉस्पिटल) भर्ती किया क्योंकि कई समस्याएं एक साथ सामने आईं। उनके सीने में इन्फेक्शन हो गया है।"
डॉक्टर सिद्दीकी ने बताया कि खालिदा को पहले से ही हार्ट से जुड़ी समस्याएं थीं। उन्होंने कहा, "उन्हें पहले से दिल से संबंधित दिक्कतें थीं, जिनमें पेसमेकर और पहले के स्टेंटिंग प्रक्रियाएं शामिल हैं। उन्हें माइट्रल स्टेनोसिस नामक एक स्थिति भी है। सीने में इन्फेक्शन के कारण, उनके दिल और फेफड़ों पर एक साथ असर पड़ा, जिससे उन्हें सांस लेने में बहुत कठिनाई हो रही थी। इसलिए हम उन्हें तुरंत यहां लाए हैं।"
प्रोफेसर सिद्दीकी ने कहा कि खालिदा जिया 24 घंटे की इंटेंसिव निगरानी में हैं। उन्हें अस्पताल लाने के तुरंत बाद आवश्यक टेस्ट किए गए। प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर, चिकित्सा बोर्ड ने सभी आवश्यक और इमरजेंसी इलाज के साथ एंटीबायोटिक दी।
उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि अगले 12 घंटे उनकी स्थिति के लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे। इस समय, उन्हें हमारा उच्चतम स्तर का ट्रीटमेंट मिल रहा है।"
बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार, उन्हें रविवार रात 8 बजे एवरकेयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वह अस्पताल के विशेषज्ञ प्रोफेसर डॉ. शहाबुद्दीन तालुकदार की देखरेख में हैं। अस्पताल में लाने के तुरंत बाद उनके कई टेस्ट किए गए।
यह भी जान लें कि बांग्लादेश की पूर्व पीएम खालिदा जिया की उम्र 79 वर्ष है। वह लंबे समय से अर्थराइटिस, डायबिटीज, किडनी की समस्याओं, फेफड़ों की दिक्कतों और कई अन्य बीमारियों से जूझ रही हैं। पिछले 7 जनवरी को, वह अच्छे इलाज के लिए लंदन गई थीं और 117 दिन रहने के बाद 6 मई को अपने घर लौटीं।