क्या बांग्लादेश आम चुनाव से पहले बीएनपी और जमात के कार्यकर्ता भिड़ गए? 25 घायल
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में चुनावी हिंसा बढ़ रही है।
- बीएनपी और जमात के कार्यकर्ताओं के बीच टकराव हुआ।
- लगभग 25 लोग घायल हुए हैं।
- स्थानीय पुलिस ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया।
- राजनीतिक स्थिरता के लिए शांतिपूर्ण चुनाव की आवश्यकता है।
ढाका, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों से हिंसात्मक घटनाओं की खबरें आ रही हैं। हाल ही में बांग्लादेश के पबना जिले में चुनावी प्रचार के दौरान बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और इस्लामी पार्टी जमात-ए-इस्लामी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें 25 लोग घायल हो गए। यह जानकारी स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में दी गई है।
गौरतलब है कि ये दोनों पार्टियां शेख हसीना की सरकार के खिलाफ मोहम्मद यूनुस का समर्थन कर चुकी हैं। लेकिन अब, आगामी आम चुनाव से पहले, ये दोनों पार्टियां कई मुद्दों पर यूनुस के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। पबना में गुरुवार दोपहर को यह हिंसा भड़क गई। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर हमले का आरोप लगा रहे हैं। घायलों में से सात को ईश्वरदी उपजिला हेल्थ कॉम्प्लेक्स में भर्ती किया गया, जबकि अन्य का इलाज विभिन्न प्राइवेट क्लीनिक्स में किया गया।
ईश्वरदी पुलिस स्टेशन के ऑफिसर-इन-चार्ज (ओसी), एएसएम अब्दुन नूर ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें झड़प की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया।
बांग्लादेशी अखबार प्रोथोम आलो ने स्थानीय लोगों और चश्मदीदों के हवाले से बताया कि जब जमात के उम्मीदवार अबू तालेब मंडल अपने प्रचार के लिए पहुंचे, तब बीएनपी उम्मीदवार के समर्थकों ने उन्हें रोका।
इससे बहस और हाथापाई बढ़ गई। अबू ताबेल मंडल वहां से चले गए, लेकिन लौटते समय फिर से झड़प हुई। इस दौरान कई गोलियां चलीं और उनकी गाड़ी के साथ कई बाइकों में तोड़फोड़ की गई।
बांग्लादेशी मीडिया ने मंडल के हवाले से कहा कि वह और उनके पार्टी कार्यकर्ता पहले से निर्धारित प्रचार कार्यक्रम के तहत लगभग 150 बाइकों के साथ गांव गए थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि लौटते समय बीएनपी के उम्मीदवार हबीबुर रहमान के समर्थकों ने उन पर हमले किए और गोलियां चलाईं। मंडल ने यह भी कहा कि उनके कम से कम 50 समर्थक घायल हुए, जिनमें से छह को गोली लगी थी। जिनको गोली लगी थी, उन्हें राजशाही मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल भेजा गया, जबकि अन्य का इलाज वहीं चल रहा है।