क्या बरेली में फिर गरजा बुलडोजर? मैरिज हॉल का बाकी हिस्सा ढहा, सुरक्षा घेरे में चला एक्शन

सारांश
Key Takeaways
- बुलडोजर कार्रवाई अवैध निर्माणों के खिलाफ है।
- सुरक्षा के लिए पुलिस और प्राधिकरण के अधिकारी मौजूद हैं।
- मैरिज हॉल का निर्माण अवैध पाया गया है।
- इस कार्रवाई को बवाल से जोड़ा जा रहा है।
- नगर निगम का यह एक नियमित अभियान है।
बरेली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के बरेली में 26 सितंबर को हुए बवाल के बाद आरोपियों की धरपकड़ के साथ बुलडोजर कार्रवाई जारी है। शनिवार को डॉ. नफीस खान का किला ध्वस्त करने के बाद रविवार को फिर से बचे हुए हिस्से पर बुलडोजर का एक्शन किया गया।
प्रशासन का कहना है कि यह मैरिज हॉल पूरी तरह अवैध है और इसे सरकारी जमीन पर बनाया गया है। इसलिए कार्रवाई जारी है।
बरेली विकास प्राधिकरण की टीम ने जानकारी दी कि रविवार शाम तक पूरा मैरिज हॉल जमींदोज कर दिया जाएगा। शनिवार को कार्रवाई के बाद अंधेरा होने के कारण काम रोक दिया गया था।
इसके बाद पीछे हिस्से में बुलडोजर की जगह प्राधिकरण ने मजदूरों को लगाया है, जो अवैध निर्माण को ध्वस्त कर रहे हैं। आबादी के कारण बुलडोजर को रोककर मजदूरों द्वारा कार्रवाई जारी है।
सुरक्षा के लिए पुलिस और पीएसी के जवान, एसडीएम, सीओ और प्राधिकरण के अधिकारी मौजूद हैं।
बरेली में हिंसा में शामिल उपद्रवियों के ठिकानों पर शनिवार को दिनभर बुलडोजर की कार्रवाई चलती रही। पूरे दिन बुलडोजर गरजता रहा और रात होते- होते पुलिस ने बुलडोजर के साथ रूट मार्च निकाला। रूट मार्च में पुलिस फोर्स आगे और बुलडोजर पीछे चलता दिखा।
शनिवार को नगर निगम का बुलडोजर चला। नाले-नालियों के ऊपर का अवैध निर्माण गिराया गया। दो घंटे तक चली कार्रवाई में नालों पर डाले गए स्लैब व टिन शेड हटाए गए। इस कार्रवाई को शहर में हुए बवाल से जोड़ा जा रहा है। बवाल में नामजद सर्वाधिक आरोपी और उनके मददगार इसी इलाके के निवासी हैं।
नगर आयुक्त ने बताया कि दुकानों के बाहर सड़क पर अस्थायी निर्माण से ट्रैफिक बाधित हो रहा था। इसीलिए कब्जे हटवाए गए हैं। यह नगर निगम का नियमित अभियान है। हालांकि, अधिकारियों का कहना था कि यह रूटीन एक्शन है और इसका बवाल से कोई लेना-देना नहीं है।