क्या भारत-इजरायल के बीच सहयोग की संभावनाएं अनंत हैं?
सारांश
Key Takeaways
- भारत और इजरायल के बीच सहयोग की अनंत संभावनाएँ हैं।
- साझा मूल्यों और नवाचार पर जोर दिया गया।
- व्यापार और इन्वेस्टमेंट में वृद्धि की संभावना है।
- स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई।
- इनोवेशन इकोसिस्टम का महत्व समझा गया।
नई दिल्ली, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को अपनी तीन दिवसीय यात्रा के समापन पर इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग से मुलाकात की। उन्होंने स्वागत के लिए राष्ट्रपति का धन्यवाद किया।
पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि वे इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग द्वारा किए गए गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभारी हैं। उन्होंने बताया कि इजरायल का इनोवेशन इकोसिस्टम, भारत की प्रतिभा और स्केल के साथ मिलकर दुनिया की भलाई के लिए एक महत्वपूर्ण फोर्स मल्टीप्लायर बन सकता है।
उन्होंने कहा कि इजरायल के राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें गर्व महसूस हुआ। उन्होंने भारत के लोगों को हार्दिक अभिवादन भेजा। हमारी बातचीत में हमारी स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप के सभी पहलुओं पर चर्चा हुई, जिसमें ट्रेड और इन्वेस्टमेंट, साइंस और टेक्नोलॉजी, इनोवेशन, और गहरे इकोनॉमिक जुड़ाव शामिल हैं।
पीयूष गोयल ने बिजनेस फोरम और सीईओ फोरम के सकारात्मक परिणामों और एफटीए बातचीत की दिशा में पहले बड़े कदम की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने भारत की मजबूत ग्रोथ और इजरायली भागीदारों के लिए बड़े पैमाने पर बिजनेस के अवसर पर भी बल दिया।
इसी बीच, इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि रविवार को यरुशलम में भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि भारत और इजरायल के बीच सहयोग की संभावनाएं अनंत हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्र साझा मूल्यों, जीवंत लोकतंत्रों और नवाचार की दूरदर्शिता के साथ जुड़े हुए हैं। हमारी साझेदारी लगातार मजबूत और अर्थपूर्ण होती जा रही है। यह पारस्परिक सम्मान, अवसर और दोनों देशों के लोगों के उज्ज्वल भविष्य की साझा दृष्टि पर आधारित सच्ची मित्रता का प्रतीक है।