क्या भारत ने मेलिसा तूफान से प्रभावित जमैका के लिए मदद का हाथ बढ़ाया?
सारांश
Key Takeaways
- भारत ने जमैका में मेलिसा तूफान के बाद मदद का हाथ बढ़ाया।
- भारतीय समुदाय ने 32 लाख डॉलर से अधिक की राशि इकट्ठा की।
- राहत में 550 केयर पैकेज और अन्य सामग्री शामिल हैं।
- भारतीय उच्चायोग ने इस सहायता की सराहना की।
- भारत का कदम मानवता की एकता का प्रतीक है।
किंग्स्टन, १५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जमैका में मेलिसा तूफान से उत्पन्न संकट से निपटने के लिए भारत ने मदद का हाथ बढ़ाया है। किंग्स्टन में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने सेंट एलिजाबेथ पैरिश में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और जमैका के साथ एकजुटता व्यक्त की।
किंग्स्टन में भारतीय उच्चायोग ने तत्काल राहत में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की। भारतीय समुदाय ने ३२ लाख डॉलर से अधिक की धनराशि इकट्ठा की और सेंट एलिजाबेथ, वेस्टमोरलैंड और ब्लैक रिवर के प्रभावित परिवारों के लिए ५५० केयर पैकेज, चूल्हे, कपड़े, बैग और स्वच्छता किट आदि तैयार किए और वितरित किए।
भारतीय उच्चायोग ने शनिवार को सोशल मीडिया पर साझा किया कि भारत राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण प्रयासों में जमैका के साथ खड़ा है। भारतीय समुदाय की करुणा और एकजुटता 'वसुधैव कुटुम्बकम' के सिद्धांत को दर्शाती है।
इस राहत कार्य में भारतीय उच्चायुक्त मयंक जोशी और कृषि मंत्री फ्लॉयड ग्रीन भी शामिल थे, जिसमें गुल मनसुखानी ने नेतृत्व किया।
भारत ने पहले ही तूफान मेलिसा के बाद पुनर्वास के लिए जमैका को २० टन मानवीय सहायता और आपदा राहत सामग्री प्रदान की। भारतीय वायु सेना के सी-१७ विमान के माध्यम से यह सहायता किंग्स्टन पहुंचाई गई।
भारतीय उच्चायोग ने एक्स पर पोस्ट किया, "भारत जरूरत के समय जमैका और ग्लोबल साउथ के साझेदारों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है।"
राहत सामग्री में स्वास्थ्य सहयोग, मेडिकल ट्रॉमा यूनिट, जनरेटर, टेंट, बिस्तर, रसोई किट, सौर लालटेन और अन्य आवश्यक सामग्री शामिल हैं।