क्या भरतपुर के रूपवास में मिट्टी की ढाय गिरने से 4 लोगों की मौत हुई?

सारांश
Key Takeaways
- भरतपुर में मिट्टी की ढाय गिरने से 4 व्यक्तियों की मौत हुई।
- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दुख व्यक्त किया।
- घायलों को आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया।
- सुरक्षा मानकों का पालन आवश्यक है।
- राज्य सरकार ने कार्रवाई का आश्वासन दिया।
भरतपुर, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के भरतपुर के रूपवास क्षेत्र में ग्रामीणों पर मिट्टी की ढाय गिरने से 4 व्यक्तियों की मौत हो गई, जबकि कुछ लोग घायल हुए हैं। बताया गया है कि रूपवास में पाइप लाइन डालने के दौरान मिट्टी निकालने गए लगभग 10 से अधिक महिलाएं और पुरुष दब गए। इस दुर्घटना में तीन महिलाएं और एक युवक शामिल हैं। कुछ लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जबकि घायलों को आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस दुर्घटना पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को घायलों को उचित चिकित्सा सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
सीएम भजनलाल शर्मा ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'भरतपुर के रूपवास क्षेत्र में मिट्टी ढहने की दर्दनाक घटना में हुई जनहानि का समाचार अत्यंत दुःखद है। घायलों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने हेतु जिला प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। मैं प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूँ कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।'
राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा, 'भरतपुर में पाइप लाइन डालने के दौरान मिट्टी ढहने से हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे का समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें। मेरी शोक संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं।'
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने भी इस हादसे पर दुख जताते हुए लिखते हैं, 'यह बेहद दुखद है कि भरतपुर में मिट्टी ढहने की घटना में तीन लोगों की मृत्यु हो गई तथा तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। मैं शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। प्रभु से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और उनके परिजनों को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति दें। राज्य सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे प्रोजेक्ट्स में सुरक्षा मानकों का पालन हो और कोई लापरवाही न बरती जाए।'