क्या बिहार विधानसभा चुनाव में लोजपा (रामविलास) की बैठक से रणनीतियों में बदलाव आएगा?

सारांश
Key Takeaways
- लोजपा (रामविलास) की बैठक में चिराग पासवान को निर्णय लेने का अधिकार दिया गया।
- बैठक में संगठन और चुनावी रणनीतियों पर चर्चा हुई।
- एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर नाराजगी की चर्चा चल रही है।
पटना, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर असंतोष की चर्चा के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की बैठक गुरुवार को हुई, जिसमें सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है।
इस बैठक का आयोजन पटना में किया गया, जिसमें पार्टी के चुनाव सह-प्रभारी, सदस्य, प्रधान महासचिव, प्रदेश उपाध्यक्ष और सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्ष शामिल हुए। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने कहा कि बैठक में संगठन, चुनाव के लिए सीटों और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की गई।
बैठक में उपस्थित नेताओं ने मिलकर यह निर्णय लिया कि चुनाव संबंधी सभी फैसले राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा लिए जाएंगे और उनका निर्णय पार्टी के लिए मान्य होगा।
सांसद अरुण भारती ने बताया कि सभी नेताओं ने विचार-विमर्श करके सर्वसम्मति से प्रदेश कमिटी की ओर से 243 विधानसभा सीटों पर निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है।
यह उल्लेखनीय है कि एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान की नाराजगी की चर्चा है। हालांकि, चिराग पासवान ने इस नाराजगी को सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं किया है।
लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने हाल ही में अपने पिता रामविलास पासवान के उद्धरण को साझा करते हुए लिखा, "पापा हमेशा कहा करते थे- 'जुर्म करो मत, जुर्म सहो मत। जीना है तो मरना सीखो, कदम-कदम पर लड़ना सीखो।' इस पोस्ट ने उनकी नाराजगी पर चर्चा को और तेज कर दिया।