क्या प्रशांत किशोर के आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता दानिश इकबाल भड़के?

सारांश
Key Takeaways
- प्रशांत किशोर के आरोपों का भाजपा ने किया विरोध।
- भाजपा प्रवक्ता ने कहा किशोर के आरोप बेबुनियाद हैं।
- अदालत ने सम्राट चौधरी को क्लीन चिट दी है।
- किशोर ने राजनीतिक पागलपन का उदाहरण पेश किया।
- सम्राट चौधरी पर आरोप लगाना सरासर गलत है।
पटना, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर द्वारा उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर लगाए गए गंभीर आरोपों पर भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया आई है। पार्टी के प्रवक्ता दानिश इकबाल ने कहा कि प्रशांत किशोर ने पागलपन की सीमाएं लांघ दी हैं। भाजपा उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर करेगी।
प्रशांत किशोर ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को सीधे निशाने पर लेते हुए कई गंभीर आरोप लगाए। उनका दावा है कि सम्राट चौधरी कई विवादित मामलों में शामिल रहे हैं, जिनमें शिल्पी गौतम कांड भी शामिल है।
भाजपा ने प्रशांत किशोर के आरोपों पर आक्रामक रुख अपनाया है। दानिश इकबाल ने कहा कि किशोर के आरोप बेबुनियाद और हास्यास्पद हैं। उन्होंने बताया कि जिन मामलों का उल्लेख किशोर कर रहे हैं, उनमें अदालत पहले ही सम्राट चौधरी को क्लीन चिट दे चुकी है। अदालत ने स्पष्ट किया है कि सम्राट चौधरी का कोई रोल नहीं है।
दानिश इकबाल ने कहा कि अदालत से क्लीन चिट मिलने के बावजूद प्रशांत किशोर का सम्राट चौधरी पर लगातार आरोप लगाना उनके राजनीतिक पागलपन को दर्शाता है।
उन्होंने यह भी कहा कि देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि शिल्पी गौतम कांड में असली जिम्मेदार कौन है। इसके बावजूद, प्रशांत किशोर द्वारा सम्राट चौधरी पर आरोप लगाना पूरी तरह गलत है।
दानिश इकबाल ने याद दिलाया कि सम्राट चौधरी वही नेता हैं, जिन्होंने कभी लालू प्रसाद यादव से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी। उन्होंने प्रशांत किशोर पर मानहानि का मुकदमा दायर करने की बात को दोहराया और कहा कि किशोर जेल जाने के डर से पूरी तरह से विचलित हो चुके हैं।
उसी समय, नवरात्रि के महासप्तमी के अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के आवास पर महाआरती और फलाहारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए। उनके साथ मंत्री विजय चौधरी और जेडीयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मां दुर्गा से आशीर्वाद लिया।