क्या एसआईआर प्रक्रिया को समय से पहले समाप्त करने का बीएलओ पर दबाव डाला जा रहा है? सपा नेता उदयवीर सिंह
सारांश
Key Takeaways
- बीएलओ पर अत्यधिक दबाव डाला जा रहा है।
- मतदाता सूची की प्रक्रिया में पारदर्शिता की आवश्यकता।
- सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करना चाहिए।
- आज के युग में आंकड़ों को सार्वजनिक करना आसान है।
- केंद्र सरकार को यात्रियों की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।
लखनऊ, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के नेता उदयवीर सिंह ने शुक्रवार को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के कार्यों में लगे बीएलओ अधिकारियों पर अत्यधिक दबाव डाले जाने की चिंता व्यक्त की।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि एसआईआर प्रक्रिया को निर्धारित समय से पहले समाप्त करने के लिए बीएलओ पर काम का दबाव डाला जा रहा है। यह दबाव इस हद तक बढ़ चुका है कि उनकी जान भी खतरे में पड़ गई है। बीएलओ को मतदाता सूची की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश भी हैं।
उदयवीर सिंह ने कहा कि एसआईआर के सभी आंकड़े सार्वजनिक होने चाहिए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि अब तक कितना कार्य हुआ है। जब तक आंकड़े सार्वजनिक नहीं होंगे, तब तक यह स्पष्ट नहीं होगा कि मतदाता सूची के संबंध में कितना कार्य हुआ है और लोगों में भ्रम का माहौल बना रहेगा। इसीलिए लोगों के बीच संदेह की स्थिति को समाप्त करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि आज का युग कंप्यूटर का है, और आंकड़े आसानी से सार्वजनिक किए जा सकते हैं। मुझे नहीं लगता कि इससे किसी को कोई समस्या होगी।
उदयवीर सिंह ने कहा कि यदि आपको किसी मृत या फर्जी मतदाता की जानकारी मिलती है, तो आपको बहुत ज्यादा परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। आमतौर पर इस तरह की स्थिति मतदाता सूची की प्रक्रिया में देखने को मिलती है।
उन्होंने कहा कि फ्लाइट्स रद्द होने के कारण आम यात्रियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार को तुरंत इस दिशा में ध्यान देना चाहिए, ताकि यात्रियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।