क्या छत्तीसगढ़ के गठन के 25 साल पूरे होने पर रजत समारोह का आयोजन होगा?

सारांश
Key Takeaways
- छत्तीसगढ़ के गठन के 25 वर्षों का जश्न मनाने का कार्यक्रम।
- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान।
- यह समारोह संस्कृति विभाग के प्रयासों से आयोजित किया जा रहा है।
रायपुर, 15 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी कि राज्य के गठन के 25 वर्षों के उपलक्ष्य में सरकार रजत समारोह का आयोजन करेगी। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को भी बधाई दी। उन्होंने कहा, "मैं सभी प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ देना चाहता हूँ। आज का दिन हम सभी भारतीयों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसे शब्दों में नहीं कह सकते।"
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारे राज्य के गठन के 25 साल पूरे होने जा रहे हैं, इसी अवसर पर हम रजत समारोह का आयोजन कर रहे हैं। इसका शुभारंभ आज ही किया गया है और यह कार्यक्रम फरवरी तक जारी रहेगा। इस समारोह में विभिन्न विभागों के लोग शामिल होंगे और उन सभी को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया। निश्चित रूप से हम उन व्यक्तियों की बहुमूल्य भूमिका को नहीं भूल सकते, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। आज का दिन उन सभी के योगदान को याद करने का है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी की लड़ाई में अपने सबकुछ न्योछावर करने वाले लोगों की तस्वीरें भी प्रदर्शित की जाएंगी। "मैंने कई लोगों के नाम सुने थे, लेकिन इस विशेष अवसर पर उन्हें देखने का अवसर प्राप्त होगा। यह सब संस्कृति विभाग के प्रयासों का परिणाम है, जिसने उन सभी लोगों की तस्वीरों को प्रदर्शित किया है, जिन्होंने स्वतंत्रता की दिशा में अपना सबकुछ अर्पित किया।"
इससे पहले, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दी थीं। उन्होंने कहा, "स्वतंत्रता दिवस का यह दिन अत्यंत पवित्र है। इसी दिन हमने गुलामी की बेड़ियों को तोड़कर एक नए और स्वतंत्र भारत की ओर कदम बढ़ाया। हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने वर्षों तक अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया। उनके बलिदान और तपस्या के कारण हमें आज़ादी का अमूल्य उपहार मिला है। अब इसे सहेजने और अपने देश को संवारने की जिम्मेदारी हम सभी की है। सभी स्वाधीनता सेनानियों को सादर नमन।"