क्या सपा प्रमुख को संत परंपरा में सांप्रदायिकता दिखती है?
सारांश
Key Takeaways
- सीएम योगी ने सपा पर तीखा हमला किया।
- सपा की सोच में बदलाव पर सवाल उठाए।
- डबल इंजन सरकार ने विकास कार्यों को प्राथमिकता दी।
जालौन, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जालौन की भूमि से समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला। सीएम योगी ने कहा कि आज सपा के मुखिया के बयान को पढ़ते समय, उन्हें भारत के सामाजिक न्याय के पुरोधाओं और संत परंपरा में सांप्रदायिकता दिखाई देती है और दंगाइयों में शांति के दूत नजर आते हैं। लेकिन डबल इंजन सरकार ने दंगा-फसाद करने वालों और बेटियों व व्यापारियों की सुरक्षा को खतरे में डालने वालों के खिलाफ ठोस कदम उठाए हैं। यह स्पष्ट कर दिया गया है कि दंगा और दंगाई, अपराधियों के साथ खड़े होने वाले व्यक्तियों की असली जगह क्या है।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को 1,900 करोड़ से अधिक की 305 विकास परियोजनाओं की सौगात जालौनवासियों को दी। इसके अलावा, विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को भी सम्मानित किया गया। सीएम योगी ने दीपावली से पहले इन योजनाओं के लिए जालौनवासियों को शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में त्योहार चल रहे हैं। कुछ लोगों को गलतफहमी हो गई है। उन्हें लगा कि जैसे सपा के शासन में उत्सवों के पहले दंगा किया जाता था, हिंदुओं के उत्साह को कम करने का कार्य किया जाता था, लेकिन वे भूल गए हैं कि यह भाजपा की डबल इंजन सरकार है। यह सरकार दंगाइयों के सामने झुकती नहीं, बल्कि उन्हें उनकी जगह दिखाती है। 2017 से पहले त्योहारों में दंगाई उत्साह को भंग करते थे।
सीएम योगी ने कहा कि सपा को सामाजिक न्याय के पुरोधाओं के स्मारक पसंद नहीं थे। उन्होंने इन्हें तोड़ने का निर्णय लिया था। सपा ने सत्ता में आते ही सामाजिक न्याय और दलित उत्थान से जुड़े महापुरुषों के स्मारकों को समाप्त करने की घोषणा की थी। 2012 में सत्ता में आने के बाद, सपा ने प्रदेश में अराजकता फैलाना शुरू कर दिया था। यह लोग नौजवानों के रोजगार पर डकैती डालते थे। उस समय इनके नेता कहते थे कि लड़के हैं, गलती कर देते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस समाजवादी आंदोलन को डॉ. राम मनोहर लोहिया, आचार्य नरेंद्र देव, जनेश्वर मिश्र और मोहन सिंह जैसे चिंतकों ने ऊंचाई दी थी, वह सपा आज गुंडों, पेशेवर माफिया और अपराधियों का जमावड़ा बन गई है। 2017 से पहले भी लोग कहते थे कि देखो, सपाई बिटिया घबराई। यह भी कहते थे कि जिस गाड़ी में सपा का झंडा है, देखो उसमें सपा का गुंडा है। ये लोग गरीबों को लूटते थे। राशन, मकान, शौचालय, राहत कार्य, विकास और रोजगार की कमी थी। डबल इंजन सरकार को आपका समर्थन मिला, तो प्रदेश में गरीब उत्थान के कई कार्य हुए हैं।