क्या कांग्रेस संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेगी?: प्रदीप यादव

सारांश
Key Takeaways
- प्रदीप यादव ने एसआईआर का विरोध किया।
- कांग्रेस पार्टी हर स्तर पर संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करेगी।
- बैठक में भ्रष्टाचार नियंत्रण विधेयक पर भी चर्चा हुई।
- केंद्र सरकार पर ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप।
रांची, २२ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुक्रवार को रांची के सर्किट हाउस में आयोजित की गई। प्रदीप यादव की अध्यक्षता में और प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की उपस्थिति में हुई इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक का प्रमुख उद्देश्य बिहार में लागू एसआईआर के आधार पर झारखंड में इसे लागू करने की संभावनाओं के खिलाफ रणनीति तैयार करना था। विधायक दल ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि एसआईआर के खिलाफ सदन के अंदर और बाहर प्रभावी प्रदर्शन किया जाएगा।
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए प्रदीप यादव ने कहा कि इस बैठक को मानसून सत्र को ध्यान में रखते हुए बुलाया गया था। बिहार में एसआईआर लागू किया गया है और झारखंड में भी इसे लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं। कांग्रेस पार्टी संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष जारी रखेगी।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद ३२६ के तहत प्रत्येक नागरिक को एक वोट का अधिकार है। वोट के अधिकार में हेराफेरी या इसे छीनने की कोशिश को हम सहन नहीं करेंगे। कांग्रेस इस मुद्दे पर संघर्ष जारी रखेगी। हमारे नेता इस विषय पर यात्रा प्रारंभ कर चुके हैं।
इस बैठक में संविधान संशोधन विधेयक पर भी चर्चा हुई। प्रदीप यादव ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “यह विधेयक भ्रष्टाचार नियंत्रण का प्रयास नहीं, बल्कि इंडिया गठबंधन के मुख्यमंत्रियों और विपक्षी नेताओं को नियंत्रित करने की साजिश है। वे अपने ही गठबंधन के मुख्यमंत्रियों को नियंत्रित करना चाहते हैं, और वह भी अपनी शर्तों पर।”
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ईडी और सीबीआई जैसे संस्थानों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्रियों को गलत मुकदमों में फंसाकर मनमानी करने की कोशिश की जा रही है।”