क्या साइबर अपराधों के खिलाफ सतर्कता सबसे बड़ा हथियार है? : जीतू वाघाणी
सारांश
Key Takeaways
- सतर्कता सबसे महत्वपूर्ण है।
- डिजिटल धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूक रहना चाहिए।
- किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
- तुरंत शिकायत दर्ज कराना जरूरी है।
- साइबर सुरक्षा के उपायों को अपनाएं।
गांधीनगर, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। साइबर अपराधों के खिलाफ सतर्कता को सबसे प्रभावी सुरक्षा उपाय बताते हुए, गुजरात के प्रवक्ता मंत्री जीतू वाघानी ने कहा कि बढ़ती डिजिटल कनेक्टिविटी ने साइबर धोखाधड़ी के जोखिम को भी बढ़ा दिया है, जिससे लोगों में जागरूकता और सावधानी बहुत आवश्यक हो गई है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में आयोजित राज्य कैबिनेट मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए वाघानी ने कहा कि इस मीटिंग में साइबर फ्रॉड पर विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने नागरिकों से अनुरोध किया कि वे, विशेषकर त्योहारों और नए साल के समय, सतर्क रहें ताकि वे डिजिटल घोटालों का शिकार न बनें।
मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और उपमुख्यमंत्री हर्ष सांघवी के मार्गदर्शन में, राज्य की साइबर क्राइम टीम नागरिकों को सभी प्रकार के साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है। सरकार सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तकनीक का उपयोग कर रही है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों को भी सजग रहना चाहिए।
वाघानी ने बताया कि यदि कोई नागरिक गलती से साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाता है, तो उसे तुरंत बिना किसी देरी के नेशनल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके शिकायत करनी चाहिए, क्योंकि त्वरित रिपोर्टिंग से वित्तीय नुकसान को रोका जा सकता है।
उन्होंने चेतावनी दी कि 'वाट्सअप' और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर मिलने वाले संदिग्ध लिंक, जो अक्सर 'अपने नाम का स्पेशल कार्ड देखें' या 'मुफ्त उपहार पाने के लिए यहां क्लिक करें' जैसे संदेशों में होते हैं, साइबर अपराधियों द्वारा बिछाए गए जाल हो सकते हैं।
नागरिकों को ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक न करने की सलाह दी गई है। मंत्री ने बताया कि अनजान या संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से वायरस वाली फाइलें डाउनलोड हो सकती हैं, जिससे हैकर स्मार्टफोन पर पूरा नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं। इससे बैंक अकाउंट की जानकारी, ओटीपी, व्यक्तिगत फोटो और संवेदनशील जानकारी गंभीर खतरे में पड़ सकती है।