क्या दिल्ली क्राइम ब्रांच ने 2 करोड़ की ड्रग्स बरामद की और महिला समेत दो आरोपी गिरफ्तार किए?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं।
- क्राइम ब्रांच ने 446 ग्राम स्मैक/हेरोइन बरामद की है।
- इस ऑपरेशन में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
- सुरेखा उर्फ शन्नो एक प्रमुख तस्कर है।
- दिल्ली में मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान जारी है।
नई दिल्ली, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के उपराज्यपाल के निर्देश पर 'ड्रग-मुक्त दिल्ली' के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पुलिस ने सख्त कदम उठाए हैं। इस क्रम में, क्राइम ब्रांच ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चल रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
19 अगस्त 2025 को एक विशेष ऑपरेशन में ड्रग पेडलर सौरव उर्फ आर्यन (29) को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 446 ग्राम उच्च गुणवत्ता वाली स्मैक/हेरोइन बरामद की गई, जिसका अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य लगभग 2 करोड़ रुपए है। पुलिस ने इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है।
इस ऑपरेशन का नेतृत्व एसीपी नरेंद्र बेनिवाल और इंस्पेक्टर संदीप स्वामी ने किया। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के डीसीपी हर्ष इंदौरा के मार्गदर्शन में एनआर-II क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की।
टीम में हेड कांस्टेबल राज आर्यन, प्रदीप दहिया, सुखविंदर, एएसआई सुनील, सुमित, नौसेना, डब्ल्यू/एचसी सीमा और कांस्टेबल योगेंद्र शामिल थे। इस ऑपरेशन ने दिल्ली में ड्रग तस्करी के खिलाफ चल रहे प्रयासों को मजबूती प्रदान की।
जांच के दौरान, 21 अगस्त 2025 को किंगपिन सुरेखा उर्फ शन्नो (52) को उत्तम नगर से गिरफ्तार किया गया। शन्नो स्मैक की मुख्य आपूर्तिकर्ता थी। पूछताछ में यह सामने आया कि सौरव पहले मंगोलपुरी, सागरपुर और किराड़ी में अवैध शराब और छिनैती के मामलों में शामिल रहा है। शादी के बाद उसने ऑटो-रिक्शा चलाना शुरू किया, लेकिन 5-6 महीने पहले शन्नो के कहने पर स्मैक बेचना शुरू कर दिया।
शन्नो का भी क्रिमिनल हिस्ट्री है। उसके खिलाफ 16 मामले दर्ज हैं, जिनमें अवैध शराब, गांजा और चरस की तस्करी शामिल है। 2022 में जेल से रिहा होने के बाद उसने अपने बेटे आकाश के साथ मिलकर स्मैक का कारोबार फिर से शुरू किया।
पुलिस ने इस ऑपरेशन में 446 ग्राम स्मैक/हेरोइन जब्त की, जो दिल्ली में मादक पदार्थों के खिलाफ चल रही मुहिम में एक महत्वपूर्ण कदम है। डीसीपी हर्ष इंदौरा ने कहा कि क्राइम ब्रांच इस तरह के नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।