क्या दिल्ली में धमाके के बाद उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में धमाके के बाद सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया।
- उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
- डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं।
- संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाई जाएगी।
- सोशल मीडिया पर निगरानी और अफवाहों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के निकट सोमवार शाम को हुए धमाके में 10 लोगों की जान गई और 10 से अधिक लोग घायल हुए। इस घटना के बाद, आसपास के राज्यों और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। इसे ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही, डीजीपी ने सुरक्षा गाइडलाइन भी जारी की है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के जरिए बताया कि प्रदेश में सुरक्षा और सतर्कता को और सुदृढ़ करने के लिए मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण से घटना की जानकारी ली और समस्त पुलिस फोर्स को हाई अलर्ट पर रखने, सघन चेकिंग और सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी फील्ड में सक्रिय रहें और संवेदनशील और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों, बाजारों, सार्वजनिक आयोजनों और धार्मिक स्थलों का स्वयं निरीक्षण और पेट्रोलिंग करें।
महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों, धार्मिक स्थलों, भीड़भाड़ वाले स्थानों और अन्य संवेदनशील बिंदुओं की सुरक्षा व्यवस्था की पुन: समीक्षा की जाए और खतरों के आकलन के अनुसार सुरक्षा स्तर को तुरंत बढ़ाया जाए।
इसके अतिरिक्त, वाहनों की चेकिंग, मेट्रो/बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, मॉल, सिनेमा हॉल और अन्य सार्वजनिक परिवहन केंद्रों पर सघन सतर्कता बरती जाए, और यह सुनिश्चित किया जाए कि आम जनता को अनावश्यक असुविधा न हो। एटीएस, क्यूआरटी, बम निरोधक दस्ते और कुत्ते स्क्वॉड को तत्पर रखा जाए।
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज का रीयल-टाइम विश्लेषण किया जाए और स्थानीय खुफिया तंत्र को सक्रिय कर संदिग्ध व्यक्तियों और गतिविधियों की त्वरित रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जाए। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर लावारिस वस्तुओं और संदिग्ध व्यक्तियों की गहन जांच की जाए।
यूपी 112 पीआरवी संवेदनशील स्थानों पर निरंतर भ्रमण करती रहे। सोशल मीडिया की लगातार निगरानी की जाए और हर इनपुट को गंभीरता से लिया जाए, साथ ही अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए।