क्या दिल्ली की आबोहवा में सुधार के बाद ग्रैप-3 की पाबंदियां हटीं?

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क्या दिल्ली की आबोहवा में सुधार के बाद ग्रैप-3 की पाबंदियां हटीं?

सारांश

दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में सुधार के चलते ग्रैप-3 की पाबंदियां हटा दी गई हैं। जानें क्या हैं नए नियम और किस प्रकार से इनसे दिल्लीवासियों को फायदा होगा।

Key Takeaways

  • दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है।
  • ग्रैप-3 की पाबंदियां हटा दी गई हैं।
  • ग्रैप-2 के तहत नए नियम लागू होंगे।
  • प्रदूषण का स्तर अगले कुछ दिनों में फिर से बढ़ सकता है।
  • दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर।

नई दिल्ली, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तेज धूप और वायु की गति में वृद्धि से दिल्लीवासियों को प्रदूषण से कुछ राहत मिली है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, बुधवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 327 पर पहुंच गया है, जिसके मद्देनजर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने ग्रैप-3 की पाबंदियां हटा दी हैं।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी देते हुए कहा कि मैं सभी दिल्लीवासियों को सूचित करना चाहता हूं कि सीएक्यूएम के आदेशानुसार अब दिल्ली में ग्रैप-3 की पाबंदियां समाप्त हो गई हैं और राजधानी में ग्रैप-2 लागू हो गया है। इसके तहत दफ्तरों में 50 प्रतिशत वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है और स्कूलों में चल रहा हाइब्रिड मोड भी बंद कर दिया गया है।

पर्यावरण मंत्री ने कहा कि अब आगे से सभी व्यवस्थाएं ग्रैप-2 के नियमों के अनुसार ही चलेंगी।

बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में बुधवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) लगभग 350 के आसपास रहा, जो शाम होते-होते 327 पर आ गया।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली का ओवरऑल वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 337 रहा, जो मंगलवार से थोड़ा बेहतर है। राष्ट्रीय राजधानी के 39 निगरानी केंद्रों में से 34 ने वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बहुत खराब' बताया, जबकि 5 ने प्रदूषण स्तर को 'खराब' श्रेणी में बताया।

सुबह 7 बजे, रोहिणी में एक्यूआई 376 दर्ज किया गया, जबकि अन्य बहुत प्रभावित क्षेत्रों में दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (367), आनंद विहार (364), बवाना (382), अशोक विहार (364), बुराड़ी (347), अलीपुर (344), और द्वारका (361) शामिल थे।

एनसीआर क्षेत्र में नोएडा भी लगातार प्रदूषण की समस्या से जूझ रहा है। बड़े स्टेशनों ने बहुत खराब एक्यूआई बताया, जिसमें सेक्टर 1 में (355), सेक्टर 62 में (304), सेक्टर 116 में (372), और सेक्टर 125 में (399) रहा।

मौसम विभाग के अनुसार, 28 नवंबर तक प्रदूषण बहुत खराब श्रेणी में रहने की संभावना है और अगले छह दिनों में हालात गंभीर और बहुत खराब हो सकते हैं।

इस बीच, मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो दिनों में तापमान 22-24 डिग्री सेल्सियस (अधिकतम) और 8-9 डिग्री सेल्सियस (न्यूनतम) के आसपास रहने की उम्मीद है।

Point of View

लेकिन यह ध्यान रखना आवश्यक है कि स्थिति स्थायी हो। हमें दीर्घकालिक समाधानों पर ध्यान देना होगा, ताकि भविष्य में प्रदूषण से राहत मिल सके।
NationPress
26/11/2025

Frequently Asked Questions

ग्रैप-3 की पाबंदियां क्यों हटाई गईं?
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 327 पर पहुंच जाने के कारण ग्रैप-3 की पाबंदियां हटाई गईं।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक क्या है?
बुधवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 327 पर आ गया था।
ग्रैप-2 के अंतर्गत कौन से नियम लागू हैं?
ग्रैप-2 के अंतर्गत दफ्तरों में 50 प्रतिशत वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है।
क्या प्रदूषण की स्थिति में सुधार स्थायी है?
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में प्रदूषण स्तर में फिर से वृद्धि हो सकती है।
दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है?
दीर्घकालिक समाधानों जैसे कि वृक्षारोपण और स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग करके प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकता है।
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