क्या अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के मामले में ईडी ने 50 करोड़ रुपए से अधिक का सोना जब्त किया?

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क्या अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के मामले में ईडी ने 50 करोड़ रुपए से अधिक का सोना जब्त किया?

सारांश

बेंगलुरु में प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के खिलाफ एक प्रमुख कार्रवाई की। 50 करोड़ रुपए का सोना जब्त किया गया, जिससे मामले में अब तक की संपत्ति की जब्ती 150 करोड़ रुपए से अधिक हो गई है। क्या और भी रहस्य उजागर होंगे?

Key Takeaways

  • ईडी ने 50 करोड़ रुपए का सोना जब्त किया।
  • मुख्य आरोपी केसी वीरेंद्र हैं।
  • अब तक की संपत्ति की जब्ती 150 करोड़ रुपए से अधिक हो चुकी है।
  • फर्जी अकाउंट के माध्यम से धोखाधड़ी की जा रही थी।
  • अवैध ऑनलाइन गतिविधियों की जांच जारी है।

बेंगलुरु, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के बेंगलुरु जोनल कार्यालय ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए बुधवार को दो लॉकरों से 50 करोड़ रुपए का सोना जब्त किया।

यह तलाशी मुख्य आरोपी, चित्रदुर्ग जिले के विधायक केसी वीरेंद्र की न्यायिक हिरासत के दौरान की गई, जिसमें ईडी को 50.33 करोड़ रुपए मूल्य का 40 किलोग्राम वजन के 24 कैरेट सोना प्राप्त हुआ।

इस कार्रवाई से अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में ईडी द्वारा जब्त की गई कुल संपत्ति 150 करोड़ रुपए से अधिक हो गई है। इससे पूर्व, ईडी ने लगभग 21 किलोग्राम सोने की छड़ें, नकदी, सोने और चांदी के आभूषण, बैंक खाते और महंगे वाहनों के रूप में 103 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की थी।

ईडी की जांच में यह पता चला है कि किंग567, राजा567 आदि के नाम पर फर्जी अकाउंट बनाकर निर्दोष खिलाड़ियों के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी। इसमें प्राप्त राशि को म्यूल अकाउंट्स के जरिए पूरे भारत में भेजा गया था।

ईडी की जांच से यह भी सामने आया है कि केसी वीरेंद्र के सहयोगियों ने ऑनलाइन सट्टेबाजी से प्राप्त राशि का उपयोग करोड़ों रुपए के अंतरराष्ट्रीय यात्रा टिकटों, वीजा और अन्य सेवाओं को बुक करने के लिए किया था। इसके साथ ही, मार्केटिंग और प्लेटफॉर्म होस्टिंग जैसे खर्चों का भुगतान भी इन्हीं राशियों से किया गया था।

जांच में यह भी उजागर हुआ है कि भारत भर में साइबर अपराध के उदाहरणों के साथ ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप की सांठगांठ का पता चला है जहाँ छोटे-छोटे लेन-देन के बदले व्यक्तियों के नाम पर म्यूल अकाउंट्स बनाए गए थे। इन अवैध ऑनलाइन गतिविधियों से हटाई गई राशि को उसके नाप पर कई स्थानों पर भेजा जाता था। मामले की आगे की जांच जारी है।

Point of View

वह न केवल कानून को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक है, बल्कि समाज को इस प्रकार की गतिविधियों से बचाने के लिए भी अनिवार्य है।
NationPress
09/10/2025

Frequently Asked Questions

ईडी ने कितनी संपत्ति जब्त की है?
ईडी ने अब तक अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में 150 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति जब्त की है।
मुख्य आरोपी कौन है?
मुख्य आरोपी चित्रदुर्ग जिले के विधायक केसी वीरेंद्र हैं।
क्या धोखाधड़ी के लिए फर्जी अकाउंट बनाए गए थे?
हाँ, किंग567, राजा567 आदि नामों पर फर्जी अकाउंट बनाकर धोखाधड़ी की जा रही थी।
ईडी की जांच में क्या पाया गया?
ईडी की जांच में पाया गया कि ऑनलाइन सट्टेबाजी से मिली राशि का उपयोग अंतरराष्ट्रीय यात्रा टिकटों और अन्य सेवाओं के लिए किया गया।
म्यूल अकाउंट्स का क्या उपयोग था?
म्यूल अकाउंट्स का उपयोग अवैध राशि को विभिन्न स्थानों पर भेजने के लिए किया जा रहा था।